ससुराल में प्रताड़ना से तंग आकर बाल विवाह की शिकार किशोरी भागकर वापस लौटी घर
- जबरदस्ती लेने पहुंचे ससुराल वाले, पंचायत के दौरान धमकाने की कोशीश
- गांव के लोगों ने किशोरी के बालिग होने के बाद ही शादी कराने की दी हिदायत
गिरिडीह। बाल विवाह पर रोकथाम के लिये विभिन्न संस्थाओं द्वारा अभियान चलाया जा रहा है। सरकार भी काफी सख्त है, लेकिन लाचारी व बेबसी के कारण बिहार के नासिरगंज थाना के मोचरामो गांव में एक साल पूर्व किशोरी की शादी कोडरमा जिला के डोमचाच गांव के रंजन सिंह से करने का मामला सामने आया है। यह बात तब खुली जब किशोरी ससुराल में प्रताड़ित व मारपीट करने के बाद अपने माँ के पास भाग जाने पर ससुराल पक्ष की ओर से दबाब बनाने पर एक पंचायत तिसरी गिरजा मैदान के चबूतरा में की जा रही थी। पंचायत में किशोरी ने साफ इंकार कर दिया कि वह अब ससुराल नही जायेगी। जिसके बाद तलाक की प्रक्रिया हुई।
इस दौरान किशोरी से जेवरात लेने के लिये ससुराल पक्ष के पति सहित आधा दर्जन लोग धमकाने लगे नही तो पुनः उठाकर ले जायेंगे। इसकी खबर मीडिया को मिलने पर पंचायत स्थल पहुंचे तो डोमचाच से आये किशोरी के पति रंजन सिंह, अजय कुमार सहित अन्य ससुराल वाले लोग स्कार्पियो से धीरे से खिसक गये। पंचायत में किशोरी की मां साबिया देवी तिसरी व थानसिंगडीह गांव से अपने रिश्तेदार व पहचान वालो को बुलाई थी।
बता दे कि झारखंड बिहार से यूपी व महानगर में लड़कियों को बेचने की खबर सुनते थे लेकिन यहाँ तो कोडरमा जिला के डोमचाच में दलाल ने किशोरी की शादी 14 वर्ष के उम्र में चालीस साल उम्र के रंजन सिंह से करवा दिया। पीड़िता किशोरी ने बताया कि शादी के बाद सास पति के साथ ससुराल वाले मारपीट करते थे। जिसके कारण वह ससुराल से भागकर वापस आ गई थी और अब वह ससुराल नही जाना चाहती है। किशोरी की मां ने बताया कि पति का देहांत सात साल पहले हो गई। गरीबी के कारण डोमचांच के एक व्यक्ति के बोलने व समझाने पर बेटी का रिश्ता डोमचंाच में दूसरे बिरादरी में कर दिया। अब बेटी नही रहना चाहती तो धमकी दे रहे है।
मौके पर मौजूद तिसरी के समाजसेवी मदन यादव, रतन बरनवाल, नगीना भुला सहित कई लोगो ने किशोरी की शादी बालिग होने पर करने की हिदायत किशोरी की मां को दिए। शादी में हरसंभव सहयोग करने का भी आश्वासन दिया।