अभ्रक उद्योग बचाओ संघर्ष मोर्चा की बैठक में हुआ निर्णय
15 मार्च को समाहरणालय पर होगा विशाल महाधरना
कोडरमा। अभ्रक उद्योग बचाओ संघर्ष मोर्चा की बैठक मनोज सहाय पिंकू की अध्यक्षता में सुन्दर होटल में हुई। संचालन मोर्चा के संयोजक असीम सरकार ने किया। बैठक मे अबरख नगरी के नाम से जाना जानेवाला कोडरमा मंे इस उद्योग को बचाने और पुनर्जीवित करने को लेकर चर्चा किया गया और जिला स्तर पर व्यापक आन्दोलन खड़ा करने का आह्वान किया गया। बैठक मंे सर्वसर्म्मती से निर्णय लिया गया कि माईका उद्योग को बचाने के लिए, कानूनी अधिकार की मांग पर उद्योग से जुड़े मजदूरों, छोटे व्यापारियों व आम लोगों को लेकर अब 15 मार्च को उपायुक्त के समक्ष महाधरना व सभा का आयोजन किया जायेगा। इसकी तैयारी के लिए माइका उद्योग से जुड़े मजदूरों, ग्रामीणों के बीच जाकर व्यापक प्रचार प्रसार किया जाएगा।
बैठक मे सामाजिक कार्यकर्ता अशोक वर्मा ने कहा कि कोडरमा जिला में आज भी हजारों गरीब मजदूर परिवारों की जीविका ढिबरा (माइका स्क्रैप) चुनने से चल रही है। जिसके कारण आये दिन गरीब मजदूरों की मौत भी हो जाती है। माइका उद्योग पुर्नजीवित करने के लिए, इसे कानूनी दर्जा देने के लिए और कोडरमा जिला को फिर से चमकता अबरख नगरी बनाने व यहां के लोगों को स्थाई रोजगार मिले इसके लिए समाज के सभी वर्गों के लोगों को आगे आना होगा और जनांदोलन खड़ा करना होगा।
बैठक मे संजय पासवान, ईश्वरी राणा, उदय द्विवेदी, श्यामदेव यादव, छोटू पंडित, प्रकाश यादव, अशोक रजक, कामेश्वर भारती, रामकुमार वर्णवाल, लालजीत मेहता, रामी मेहता, किसुन मेहता, रतन साव, महेन्द्र सिंह आदि विभिन्न राजनीतिक व सामाजिक संगठनों के नेता व कार्यकर्ता मौजूद थे।




