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नक्सली संगठन द्वारा कंटेनर में छिपाकर रखे गए विष्फोटक को गिरिडीह पुलिस ने किया बरामद, माओवादियों के मंसूबे को सुरक्षा बल ने किया ध्वस्त

गिरिडीहः
गिरिडीह के सीआरपीएफ सांतवी बटालियन और भेलवाघाटी थाना पुलिस को शनिवार की सुबह नक्सली संगठन भाकपा माओवादियों के खिलाफ बड़ी सफलता हाथ लगी। गुप्त सूचना के आधार पर सीआरपीएफ और भेलवाघाटी पुलिस ने 20 किलो के कंटेनर में रखे विष्फोटक पद्धार्थ को भेलवाघाटी थाना क्षेत्र के गुनियाथर पंचायत के कट्टरबंधवा जंगल से बरामद किया। बरामद विष्फोटक से भरा कंटेनर एक बोरे में बंद था। संभवत, सुरक्षा बलों को धोखे में रखने के लिए माओवादियों ने यह प्लानिंग बना रखा था। लेकिन वक्त पर मिले गुप्त सूचना के आधार पर माओवादियों की प्लानिंग विफल हो गई। इधर बरामद विष्फोटक को सीआरपीएफ के बीडीडीएस टीम ने बरामद स्थल से करीब तीन किमी दूर सुरक्षित स्थल पर उड़ाकर डिफ्यूज कर दिया। डिफ्यूज की आवाज भी इतना जबरदस्त रहा कि आसपास का करीब डेढ़ किमी का इलाका थर्रा उठा। विष्फोटक के आवाज से आसपास के ग्रामीण भी दहशत में आ गए। और किसी बड़े अनहोनी की आंशका को देखते हुए घरों के भीतर जा छिपे। जानकारी के अनुसार सीआरपीएफ और भेलवाघाटी पुलिस ने गुनियाथर के जिस कट्टरबंधवा जंगल से बोरे में बंद कंटेनर से विष्फोटक बरामद किया है। वह इलाका गिरिडीह और जमुई का सीमावर्ती क्षेत्र के रुप में जाना जाता है।


पुलिस सूत्रों के अनुसार सीमावर्ती होने के कारण ही भेलवाघाटी के इस कट्टरबंधवा जंगल में हाल के दिनों में माओवादियों के एरिया कमांडर का हासिल करने वाले माओवादी मतलू तूरी का मूवमेंट इलाके में सक्रिय हुआ है। लिहाजा, शनिवार को गुप्त सूचना के आधार पर जंगल में विष्फोटक की खोज करने निकले सीआरपीएफ कमांडेट भरत भूषण जगमौला, सहायक कमांडेट अजय कुमार, भेलवाघाटी थाना प्रभारी प्रशांत कुमार और इंस्पेक्टर महेन्द्र कुमार भी मानकर चल रहे है कि सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने के मकसद से ही इस जंगल में बोेरे में बंद कर छिपाकर रखा गया था। क्योंकि विष्फोटक एक सरसो तेल के कंटेनर में बंद था। जिसे बरामद किए जाने के बाद बड़ी सावधानी से टीम ने डिफ्यूज किया। इधर विष्फोटक बरामदगी के बाद सुरक्षा बलों का कट्टरबंधवा जंगल में सर्च आॅपरेशन लगातार जारी है।

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