पुण्यतिथि पर याद किए गए महान वैज्ञानिक सर जेसी बोस
- अभाविप, जेसी बोस मेमोरियल सोसाइटी सहित विभिन्न संगठनों ने अर्पित किए श्रद्धा सुमन
गिरिडीह। महान वैज्ञानिक सर जगदीश चंद्र बोस की पुण्यतिथि पर गिरिडीह में विभिन्न संगठनों ने उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए। सर जेसी बोस चौक और विज्ञान भवन में स्थापित महान वैज्ञानिक की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर लोगों ने अपनी श्रद्धांजलि दी। इस दौरान सर जेसी बोस मेमोरियल सोसाइटी, ज्ञान विज्ञान समिति, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, सर जेसी बोस बालिका विद्यालय सहित अन्य कई लोगों ने जेसी बोस चौक और उनके निवास, जिसे विज्ञान भवन के रूप में भी जाना जाता हैं, में स्थापित प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और ज्ञान विज्ञान को घर घर पहुंचाने का संकल्प लिया।
साइंस फॉर सोसाइटी के बैनर तले रितेश सराफ, आलोक रंजन, जेसी बॉस स्कूल के प्रिंसिपल मुन्ना कुशवाहा, प्रिंसिपल शमा परवीन, पर्यावरणविद और पूर्व प्रिंसिपल अली खान समेत जेसी बॉस स्कूल की छात्राओं ने मौके पर प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए उन्हें नमन किया। माल्यार्पण के बाद सभी लोगों ने शहर की सड़कों पर मार्च किया। मौके पर ज्ञान विज्ञान समिति के अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी ने कहा कि सर जे सी बोस की धरोहर को बचाने की ज़रूरत हैं, साथ ही साथ विज्ञान को घर घर पहुंचाना हैं। सर जे सी बोस मेमोरियल सोसाइटी के रितेश सराक का भी मानना हैं कि इस वैज्ञानिक के गिरिडीह स्थित आवास को, जहाँ इन्होने अंतिम सांस ली, उसे ना सिर्फ संरक्षित – संवर्द्धत किया जाए, बल्कि इसे राष्ट्रीय धरोहर भी घोषित करने की आवश्यकता हैं।
इधर विद्यार्थी परिषद के वरिष्ठ सदस्य रंजीत राय के नेतृत्व में आशीष सिंह, उज्ज्वल तिवारी, मंटू मुर्मु, नीरज चौधरी, रोहित बरनवाल, पृथ्वी कुमार, किरण टुडू, संध्या मिश्रा, अनिता कुमारी समेत संगठन की कई सदस्य मौके पर प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इस दौरान रंजीत राय ने कहा की देश ने अब्दुल कलाम जैसे साइंटिस्ट को राष्ट्रपति बनाया, वहीं जेसी बोस जैसे विभूति को भी सर्वाेच्च सम्मान दिया। कहा की पौधो में जीवन की खोज कर जेसी बोस ने देश के युवा पीढ़ी को विज्ञान का इंसान में जीवन के मायने भी समझाए।