ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम पहुंचे गिरिडीह, कांग्रेस कार्यालय में आयोजित जनसुनवाई कार्यक्रम में हुए शामिल
- आधे घंटे में मिले करीब 82 आवेदन, उसरी बचाओं सहित ज्यादातर मामले जमीन विवाद से
गिरिडीह। सूबे के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम मंगलवार को गिरिडीह पहुंचे और कांग्रेस कार्यालय में आयोजित जनसुनवाई कार्यक्रम में शामिल होकर लोगों की समस्याओं से अवगत हुए। पार्टी कार्यालय में महज आधे घंटे के जनसुनवाई कार्यक्रम में मंत्री आलमगीर आलम के पास 82 आवेदन आ गए। इसमें सबसे अधिक जमीन म्यूटेशन और जमीन विवाद से जुड़े हुए मामले थे। जिसमें एक मामला भीम ज्वेलर्स बनाम महाराजा मिष्ठान भंडार का भी शामिल था। जिसमें मंत्री ने महाराजा मिष्ठान भंडार की मालकीन चेतन कुमारी से सारी बातों को सुना और सप्ताह दिनों में परेशानी को दूर करने का भरोषा दिलाया। वहीं पेयजल समस्याओं से जुड़े कई आवेदन आएं। कहीं चापालन खराब था, तो नल से जल योजना के खराब हालत की जानकारी मंत्री तक पहुंची।

इसी बीच उसरी बचाओं अभियान से जुड़े हुए लोग भी जनसुनवाई कार्यक्रम में पहुंचे और मंत्री आलमगीर आलम से मिलकर ज्ञापन देते हुए गिरिडीह शहर की जीवनरेखा उसरी नदी के खत्म हो रहे अस्तित्व को बचाने की मांग की। इस दौरान अभियान से जुड़ राजेश सिन्हा, विनय सिंह, कृष्ण मुरारी शर्मा, रामजी यादव, सूरज नयन सहित अन्य लोगों ने शहर के विभिन्न नालों से नदी में जा रहे गंदे पानी को नदी के ऊपरी तट पर रोकने हेतु सोकफीट एवं वाटर ट्रीटमेंट का निर्माण कराने के साथ ही नगर क्षेत्र में उसरी नदी से हो रहे बालू उठाव पर रोक लगाने, उसरी नदी में में 5-6 छोटे-छोटे चेकडेम का निर्माण कराने, जॉगिंग पार्क का निर्माण कराने, उसरी नदी का सीमांकन कर अतिक्रमण मुक्त करने और नदी के मुहाने पर वृक्षारोपण कराने की मांग की।
कांग्रेस कार्यालय में हुए जनसुनवाई कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस के जिलाध्यक्ष धनजंय सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष सतीश केडिया, कांग्रेस नेत्री सह जमुआ विस प्रभारी मंजू कुमारी, मुकेश साहा, अशोक विश्वकर्मा, सद्दाम हुसैन, महमूदअली खान लड्डु, ऋषिकेश मिश्रा, हसनैन अली, गौतम सिंह, अजय सिन्हा मंटु समेत कई कांग्रेस के नेता व कार्यकर्ता मौजूद थे।