मिजिल्स रूबेला टीकाकरण अभियान को लेकर जिला प्रशासन तैयार
- पत्रकार वार्ता का आयोजन कर टीकाकरण के बाबत विस्तार से दी जानकारी, टीकाकरण के लिए बनाई गई है 282 टीम
- खसरा रूबेला एक सुरक्षित और प्रभावी टिका : उपायुक्त
गिरिडीह। जिले भर में 12 अप्रैल से शुरू होने वाले मिजिल्स रूबेला टीकाकरण अभियान के सफल बनाने को लेकर मंगलवार को समाहरणालय सभागार में उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा की अध्यक्षता में पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया। मौके पर सिविल सर्जन डॉ एसपी मिश्रा, डॉ अशोक कुमार, डीपीएम प्रतिमा कुमारी, डीपीआरओ रश्मि सिन्हा समेत स्वास्थ्य विभाग के कई अधिकारी व कर्मी मौजूद थे।
मौके पर पत्रकारों को संबोधित करते हुए उपायुक्त श्री लकड़ा ने बताया कि भारत में लगभग 2.7 मिलियन बच्चों को हर साल खसरा होता है। इस बीमारी के होने के बाद बच्चे अन्य कई जटिल बीमारी और कुपोषण के शिकार हो जाते हैं। बताया कि देश भर में वित्तीय वर्ष 2022-23 खसरे से लगभग 40 बच्चों की मौत हुई है। जिसमें 9 बच्चे केवल झारखंड के हैं। जिसमें से तीन बच्चे गिरिडीह जिले के एक ही परिवार से है। कहा कि गिरिडीह जिले में खसरा के अधिक प्रकोप रहने के कारण टीकाकरण को लेकर विशेष अभियान चलाया जा रहा है। उपायुक्त ने बताया कि 12 अप्रैल यानी कल से जिले भर में एमआर टीकाकरण अभियान शुरू हो रहा है। जो अगले 1 महीने तक चलेगा। अभियान के तहत 9 माह से 15 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों को टीका लगाया जाएगा। जिन बच्चों को पूर्व में टीका लगाया जा चुका है उन्हें अभियान के दौरान पुनः टीका लगाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि खसरा रूबेला एक सुरक्षित और प्रभावी टिका है। इसका दुनिया भर के कई देशों में 40 से अधिक वर्षों से उपयोग किया जा रहा है। टीकाकरण अभियान की निगरानी सरकार, डब्ल्यूएचओ और यूनिसेफ द्वारा की जाएगी। उपायुक्त ने आम लोगों से अपील करते हुए कहा कि 9 माह से 15 वर्ष के बच्चों को टीकाकरण के लिए प्रेरित करें। उन्होंने खासकर बच्चों के परिजनों से अपील करते हुए कहा कि वे अपने बच्चों का टीकाकरण अवश्य कराएं। बताया गया कि पहले चरण में सरकारी और प्राइवेट विद्यालयों में टीकाकरण अभियान को लेकर कैंप लगाया जाएगा। जिसके बाद आंगनबाड़ी केंद्रों में कैंप लगाकर टीका दी जाएगी। इसके लिए 282 टीम बनाई गई है।