गिरिडीह डीसी ने किया जन्म-मृत्यु प्रमाण को लेकर कार्यशाला की शुरुआत, कर्मियांे को दिया गया प्रशिक्षण
गिरिडीहः
जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र जीवांक प्रशिक्षण सह एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला नगर भवन में हुआ, और कार्यशाला का उद्घाटन गिरिडीह डीसी नमन प्रियेश लकड़ा, डीपीआरओ रश्मि सिन्हा, अपर जिला निबंधन पदाधिकारी और प्रखंड के विकास पदाधिकारी समेत कई पदाधिकारी शामिल हुए। प्रशिक्षण सह कार्यशाला को लेकर डीसी ने कहा कि आज के हालात के अनुसार बर्थ और डेथ का निबंधन कराना बेहद जरुरी हो चुका है। हर जिम्मेवार माता-पिता अपने बच्चों के जन्म का निबंधन कराएं। डीसी ने मौके पर डेथ प्रमाण पत्र के महत्व की भी जानकारी दिया। लेकिन जन्म प्रमाण पत्र को लेकर डीसी ने कहा कि जन्म के वक्त किसी बच्चे का नाम अगर नहीं रखा गया है। तो बगैर नाम के भी प्रमाण पत्र जारी किए जाने का प्रावधान है। और तो और सरकार ने यह भी सुविधा दे दिया है कि बच्चे का एक साल पूरा होने के बाद निगम और प्रखंड स्तर पर बच्चे के नाम के साथ आवेदन करने पर निःशुल्क जन्म प्रमाण पत्र निर्गत किया जाएगा। इसके लिए अधिक चक्कर लगाने की जरुरत नहीं।
डीसी ने मौके पर मृत्यु प्रमाण पत्र को लेकर कहा कि डेथ सर्टिफिकेट का भी बनना बेहद जरुरी है। क्योंकि डेथ सर्टिफिकेट रहने से मृतक के परिजनांे को कई फायदे है। निगम और प्रखंड स्तर पर डेथ सर्टिफिकेट के लिए अधिक दौड़ने की जरुरत नहीं। बल्कि, आवेदन करने के दिन के कुछ दिनों बाद प्रमाण पत्र निर्गत किया जाता है। इधर प्रशिक्षण सह कार्यशाला में मौजूद कर्मियों को दोनों फार्म भरने का पूरा जानकारी खुद डीसी के द्वारा दिया गया। कार्यशाला में डीसी ने निगम से निर्गत होने वाले प्रमाण पत्र वाले कर्मी के नाम की जानकारी देते हुए कहा कि निगम में गंगा कुमार राणा के साथ सांख्यिकी पदाधिकारी संदीप कुमार समेत कई पदाधिकारी और कर्मी मौजूद थे।