आदिवासी संथाल समाज सुसर बैसी के बैनर तले मनाया गया विश्व आदिवासी दिवस
- समाज की बच्चियों ने प्रस्तुत की नृत्य व गीत
- वक्ताओं ने कहा कि आदिवासीयों को ठगने का काम कर रही है केन्द्र व राज्य के सरकार
गिरिडीह। तिसरी में गंगाराम टुड्डू के आवास के प्रांगण में आदिवासी संथाल समाज सुसर बैसी के बैनर तले विश्व आदिवासी दिवस धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम में तिसरी, देवरी आदि कई प्रखंड से समाज के गण्यमान्य लोग व पंचायत के प्रतिनिधि महिला पुरुष काफी संख्या में जुटे। कार्यक्रम में मुख्य रूप से समाज के अध्यक्ष प्रेमराज हेम्ब्रोम, रामचंद्र मरांडी, गंगा राम टुड्डू, बुधन मरांडी, चाँद किशोर हांसदा, तालों हांसदा, बसंती मरांडी मौजूद थे।

कार्यक्रम में प्रेम राज हांसदा ने कहा कि आदिवासीयों को केन्द्र व राज्य के सरकार ठगने का काम कर रही है। आदिवासी जाति को, धर्म, संस्कृति, परम्परा एवं पहचान से वंचित किया जा रहा है। आदिवासी मूल निवासी के लिये घातक व षड्यंत्र है इसके विरुद्ध आवाज बुलंद करने का आह्वाहन की। रामचंद्र मरांडी ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि समाज के उत्थान के लिये शिक्षा पर जोर देने की जरूरत है। बाल विवाह व बाल मजदूरी जैसे कुरीतियां से बचना चाहिये।
कार्यक्रम के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुती करते हुए समाज के बच्चियो ने नृत्य व गीत प्रस्तुत कर लोगों का मन मोहा। कार्यक्रम को सफल बनाने में कालेव सोरेन, संतोष मुर्मू, अरविंद मुर्मू, अविनाश टुड्डू, लखी राम, सुरेश मरांडी, रोषा, मतियुस, रंजीत लाल आदि का अहम योगदान रहा।