गिरिडीह के तिसरी में जंगली भालू के हमले से आदिवासी किशोरी की मौत, चार जख्मी
गिरिडीहः
जंगली जानवरों के आंतक से गिरिडीह के कई इलाके के लोग प्रभावित है। तो इसी क्रम में शुक्रवार को जंगली भालू ने एक साथ तीन लोगों पर हमला कर दिया। जिसमें एक 18 वर्षीय किशोरी मुन्नी टुडु की भालू के हमले से मौत हो गई। जबकि दो गंभीर रुप से जख्मी हो गए। घटना गिरिडीह के तिसरी प्रखंड और लोकाय थाना क्षेत्र के घसनी तेतरिया गांव के मनिहारी जंगल का है। जहां जंगल में घसनी गांव की 45 वर्षीय पानो टुडु, 18 वर्षीय मुन्नी टुडु और 35 वर्षीय मुन्नी हेम्ब्रम केंदु पत्ता तोड़ने गई हुई थी। जहां भीषण गर्मी के बीच जब तीनों को प्यास लगने के बाद तीनों जंगल के पानी के सोत पानी पीने गई। तो इसी दौरान जंगल से एक भालू निकल कर तीनांे पर हमला कर दिया। लेकिन भालू के चपेट में मृतिका किशोरी मुन्नी टुडु आ गई। जिसे उसकी मौत मौके पर हो गई, जबकि पानो और मुन्नी हेम्ब्रम घटनास्थल से जान बचाकर भागी, और भागते ही मदद के लिए आवाज लगाई। इस बीच भालू मृतिका मुन्नी टुडु के शव को जंगल में घसीटता हुआ ले जा रहा था।
लेकिन दो लोगों की आवाज सुनकर जंगल में ही मौजूद शनिचर टुडु, राजू टुडु, और कर्मा बाॅस्के वहां पहुंचा। तीनों खाली हाथ रहने के बाद भी मुन्नी के शव को किसी तरह झाड़ियो के बीच बाहर निकाला। और इस दौरान तीनों ने हिम्मत दिखाते हुए भालू को एक बड़े गड्डे में धक्का दिया। जिसे भालू वहां से भाग निकला। और मुन्नी के शव को किसी तरह घर पहुंचाया। लेकिन इस पूरे घटनाक्रम के दौरान शनिचर, राजू और कर्मा को भी गंभीर चोट लगी। फिलहाल सबों को तिसरी के स्वास्थ केन्द्र में चल रहा है।
इधर घटना की जानकारी मिलने के बाद तिसरी के वन प्रक्षेत्र पदाधिकारी अनिल राम भी मृतिका के घर पहुंचे, और मृतिका मुन्नी के पिता को सरकारी प्रावधान के अनुसार 15 हजार का सहायता राशि दिया। रेंजर ने इस दौरान प्रभावित परिजनों को बताया कि उन्हें अभी चार लाख का सहयोग राशि भी दिया जाएगा। रेंजर ने ग्रामीणों को आगाह करते हुए कहा कि फिलहाल जंगल काफी खतरनाथ हो चुका है। लिहाजा, ग्रामीण अभी जंगल जाने से बचे।