जमुआ जा रहे मतदान कर्मी के साथ डीटीओ कार्यालय के कर्मी ने की मारपीट
- मतदान कर्मियों ने किया हंगामा, डीसी ने आरोपी को किया सस्पेंड
- देर होने पर वाहन पास जल्दी मांगने पर मतदान कर्मी शिक्षक के साथ हुई थी मारपीट
गिरिडीह। पंचायत चुनाव के पहले चरण के मतदान के मद्देनजर शनिवार को जिले के गिरिडीह के जमुआ, गिरिडीह सदर प्रखंड और गांडेय के 1281 बूथों में मतदान होना है। इन 1281 बूथों के मतदान के लिए 5 हजार से अधिक मतदान कर्मियो को बैलेट पेपर देकर रवानगी स्थल शुक्रवार को गिरिडीह कॉलेज परिसर में बनाया गया था। लेकिन रवानगी स्थल गिरिडीह कॉलेज परिसर का माहौल ऐसा हुआ की कॉलेज में बने वाहन कोषांग में प्रतिनियुक्ति डीटीओ कार्यालय के जनसेवक गजेंद्र सिंह समेत चार लोगांे ने एक मतदान कर्मी को जमकर पीट दिया। जिसमं कुछ पुलिस कर्मी भी शामिल है। जिस मतदान कर्मी को पीटा गया वो हजारीबाग के शंकर प्रसाद है और गिरिडीह के गांडेय के प्लस टू हाई स्कूल में टीचर है।
जानकारी के अनुसार शिक्षक शंकर प्रसाद को पहले चरण के मतदान में जिले के जमुआ प्रखंड में ड्यूटी लगा था। शुक्रवार को शंकर प्रसाद बैलेट पेपर लेने कॉलेज पहंचे हुए थे। बैलेट पेपर लेकर शंकर प्रसाद को जिस गाड़ी से मतदान की ड्यूटी में जाना था। उसी गाड़ी का वाहन पास लेने कॉलेज परिसर के वाहन कोषांग गए हुए थे। जहां पास मिलने में हो रहे देरी के बाद जब शंकर प्रसाद ने डीटीओ कार्यालय के जनसेवक गजेंद्र सिंह से जल्दी पास देने की अपील की तो गजेंद्र सिंह मतदान कर्मी पर उखड़ गए, और वहां मौजूद पुलिस जवानों के साथ मतदान कर्मी शंकर प्रसाद की पिटाई कर दी। जिससे शंकर प्रसाद घायल हो गये।
घटना के वक्त और मतदान कर्मियो के रवानगी के दौरान डीडीसी शशिभूषण मेहरा, प्रोबेशनल आईपीएस हरीश बिन जमा, अपर समाहर्ता विल्सन भेंगरा, सदर एसडीएम विशाल दीप खलको, सदर एसडीपीओ अनिल सिंह और डीएसपी संजय राणा समेत कई सीनियर अधिकारी वहीं मौजूद थे। इसके बाद भी मतदान कर्मी के साथ डीटीओ कार्यालय के कर्मी गजेंद्र सिंह समेत पुलिस जवानों ने मारपीट की।
घटना के बाद ड्यूटी पर जा रहे मतदान कर्मियो ने हंगामा करना शुरू कर दिया और वहीं धरने पर बैठ गए। इस दौरान सभी जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करना शुरू कर दिया। जब आक्रोशित कर्मियो को समझाने डीडीसी, एसडीएम और प्रोबिशनल आईपीएस हरीश बिन जमा के साथ एसडीपीओ अनिल सिंह वहां पहुंचे। तो कोई अधिकारियो की बात सुनने को तैयार नहीं था। सभी डीटीओ कार्यालय के आरोपी कर्मी पर कारवाई की मांग कर रहे थे। हालात बिगड़ते देख डीसी नमन प्रियेश लकड़ा ने आरोपी कर्मी गजेंद्र सिंह को तत्काल सस्पेंड कर दिया। जिसके बाद मतदान कर्मियों को गुस्सा शांत हुआ।