गर्भ में पल रहे नवजात के लिए गिरिडीह गायत्री परिवार ने किया गर्भोत्सव कार्यक्रम का आयोजन
नवजात संस्कारी बनेगा, तो समाज और देश तरक्की के रास्ते होगाः पूनम बरनवाल
गिरिडीहः
आओ गढ़े संस्कारवान पीढ़ी के तहत गायत्री परिवार के गिरिडीह इकाई ने मंगलवार को गर्भवतियों के लिए गर्भोत्सव संस्कार कार्यक्रम का आयोजन किया। शहर के विवाह भवन में गायत्री परिवार के इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय की महिलाएं भी शामिल हुई। कार्यक्रम का नेत्तृव गायत्री परिवार की प्रर्देश प्रभारी सह समाजसेविका पूनम बरनवाल ने की। वहीं कार्यक्रम में शांति भवन आश्रम की साध्वी उर्मिला बाई, महिला रोग विशेषज्ञ मेधा शर्मा, त्रिलोचन कौर मोंगिया और समाज कल्याण विभाग की सुपरवाईजर किरण राज भी शामिल हुई। गायत्री परिवार के इस गर्भास्था संस्कार कार्यक्रम में करीब 65 गर्भवती शामिल हुई। कार्यक्रम की शुरुआत गायत्री मंत्र के साथ दीप जलाकर किया गया।
इस दौरान प्रर्देश प्रभारी पूनम बरनवाल की और से हर गर्भवतियों को प्रसाद के रुप में खीर समेत कई और पूजन साम्रगी से भरी थाली दिया गया। तो मौके पर गायत्री शक्तिपीठ की सदस्याओं ने हर गर्भवती पर गायत्री मंत्र के साथ जल भी छिड़की। जिसे उनके गर्भ में पल रहा बच्चा एक नए संस्कारवान पीढ़ी के रुप में जन्म ले सके। इस दौरान कई और विद्यान गर्भवती महिलाओं के बीच किया गया। साथ ही प्रोजेक्टर के माध्यम से गर्भ में पलने वाले बच्चों की गतिविधियों से भी गर्भवती महिलाओं को अवगत कराया गया। कमोवेश, जिले में पहली बार हुए इस खास धार्मिक कार्यक्रम के बीच खुद को देख मुस्लिम गर्भवती महिलाएं भी खुश दिखी।
गर्भोत्सव संस्कार कार्यक्रम को लेकर गायत्री परिवार की प्रर्देश प्रभारी पूनम बरनवाल ने कहा कि इस कार्यक्रम के आयोजन का मकसद बताई। और कहा कि एक-एक गर्भवती महिलाओं के लिए माता गायत्री से सिर्फ यही प्रार्थना है कि उनके गर्भ में पल रहा नवजात एक संस्कारवान हो। और देश को तरक्की के रास्ते पहुंचाने वाला हो। प्रर्देश प्रभारी ने कहा कि गर्भ में पल रहे नवजात के संस्कारी बनने का प्रार्थना होगा। तभी समाज और देश का एक-एक बच्चा तरक्की तक पहुंच सकेगा। प्रर्देश प्रभारी ने यह भी कहा कि गायत्री परिवार ने पहली बार ऐसे कार्यक्रम का आयोजन कर उन गर्भवती महिलाओं के साथ उनके जन्म लेने वाले बच्चे के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए यह आयोजन किया।