आवास प्लस में 2016 में नाम दर्ज रहने का बावजूद विधवा को नहीं मिला आवास
- पंचायत सेवक पर रुपये लेकर आवास नहीं देने का आरोप
- बीडीओ को आवेदन देकर की शिकायत
गिरिडीह। गावां प्रखण्ड के विभिन्न पंचायतों में संपन्न लोगों को प्रधानमंत्री आवास भले ही चढ़ावे के दम पर मिल जाता हो परंतु कई ऐसे जरूरतमंद लाभुक आज भी हैं जिन्हें आवास के लिए प्रखण्ड का चक्कर लगाने के बाद भी आवास नहीं मिल रहा है। बिरने पंचायत के बिरने गांव की एक सत्तर वर्षीय विधवा को भी आवास के लिए प्रखण्ड मुख्यालय का चक्कर लगाना पड़ रहा है। गुरुवार को महिला ने बीडीओ संतोष प्रजापति को लिखित आवेदन देकर आवास दिलाने की मांग की है।
बता दें कि उक्त लाभुक का नाम आवास प्लस में वर्ष 2016 में ही दर्ज हुआ था। इतना ही नहीं इसके बाद पंचायत के आमसभा रजिस्टर के क्रमांक 77 में उसे आवास दिए जाने की स्वीकृति भी मिली, लेकिन आज तक आवास नही मिल पाया है। बीडीओ को दिए आवेदन में कहा गया है कि उसका नाम एक बार वर्ष 2016 के आवास प्लस की सूची में दर्ज हुआ परंतु आवास नहीं मिला। इसके बाद 2020-21 के सेक डाटा में भी आवास की सूची में नाम आया जिसका क्रमांक 69 है एवं आईडी नम्बर 128112231 है। इसके बाद चेकस्लिप तैयार करने व आवास दिलाने के नाम पर बिरने पंचायत के पंचायत सेवक 20 हजार रुपये भी लिया, लेकिन आज तक आवास नहीं दिया गया है।
इधर पंचायत सेवक से पूछे जाने पर कहा कि रुपये लेने की बात सरासर गलत है। अभी क्रमांक एक से 50 तक के लाभुकों को आवास दिया गया है अन्य लाभुकों को भी जल्द आवास दिया जाएगा।