हाथरस में हुए घटना के खिलाफ कई संगठनों ने निकाला कैंडल मार्च
वर्करो ने योगी सरकार और युपी पुलिस के खिलाफ किया प्रदर्शन
गिरिडीह। युपी के हाथरस में दलित युवती के साथ गैंगरेप और निर्दयता के बीच दरिंदो द्वारा किये गए हत्या का आक्रोश अब लोगों में दिखना शुरु हो गया है। घटना के खिलाफ बुधवार को जहां गिरिडीह में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने कैंडल मार्च निकाला। वहीं जिले के सरिया में भीम आर्मी एकता मिशन, आइसा-इनौस के कार्यकर्ताओं ने कैंडल मार्च निकाल कर देश की दूसरी निर्भया को श्रधांजलि दिया। वहीं योगी सरकार के खिलाफ आक्रोश भी जाहिर किया। सरिया के विवेकानद चैक से शुरु हुए कैंडल मार्च के दौरान तीनों संघटन के वर्करों ने झंडा चैक तक मार्च किया।
युपी में बहन बेटियां सुरक्षित नहीं
कार्यक्रम में इनौस जिला उपाध्यक्ष सोनू पांडेय ने कहा कि योगी और मोदी सरकार में बहन बेटियां सुरक्षित नही हैं। लगातार उत्तर प्रदेश में बलात्कार और आपराधिक घटनाएं बढ़ती ही जा रही हैं। उत्तर प्रदेश के हाथरश में एक दलित परिवार के बच्ची मनीषा वाल्मीकि का वहीं के सवर्ण ठाकुरों के चार लड़कों ने दरिंदगी की हद कर दिया। सबसे शर्मनाक युपी की पुलिस का रवैया रहा। जिन्होंने उन ठाकुरों के लड़कों को बचाने के लिए योगी सरकार के इशारे पर रात में ही बिना उसके परिजनों के अंतिम संस्कार कर दिया। ये घटना तथाकथित हिंदूवादी बातें करने वाली योगी और भाजपा सरकार की पोल खोलती है।
आरोपियों को दे फांसी
भीम आर्मी के झारखंड प्रमंडल उपाध्यक्ष सूरजदेव पासवान ने कहा कि भीम आर्मी देश के हर वर्ग के महिलाओं के सम्मान में खड़ी है। वर्करो ने योगी सरकार और युपी पुलिस इस घटना में शामिल चारों आरोपियों को फांसी देने का मांग किया। कैंडल मार्च में गिरधारी पासवान, भीम आर्मी के उमेश दास, सुशील कुमार यादव, प्रेम पासवान, सूरज पासवान, धर्मपाल महतो समेत आइसा नेता अभय कुमार साहू, कुश कुमार, अमन पांडेय, संजय मंडल, राजकुमार मोदी समेत कई मौजूद थे।