वीर अब्दुल हमीद फाउंडेशन ने मनाया वीर अब्दुल हमीद का शहादत दिवस
- देश को हमने क्या दिया यह सोचने की जरूरत: शालिनी गुप्ता
कोडरमा। परमवीर चक्र विजेता शहीद वीर अब्दुल हमीद का 56वां शहादत दिवस शनिवार को जिला मुख्यालय स्थित लखीबागी दर्जीचक में मनाया गया। इस कार्यक्रम में विभिन्न दलों के वरीय नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लेकर वीर अब्दुल हमीद की कुर्बानी को याद किया और नमन कर श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि जिला परिषद प्रधान शालिनी गुप्ता थी।
उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए लोगों से एकजुट होकर देश की सेवा में खुद को समर्पित करने का आह्वान किया। कहा कि देश ने हम सबों को सब कुछ दिया है, पर हमने देश को क्या दिया यह सोचने की जरूरत है। कहा कि यदि इस सोच पर अमल करेंगे तो ही अब्दुल हमीद के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उन्होंने कहा कि हमारा देश विविधताओं में एकता के लिए जाना जाता है। इसलिए जाति धर्म से परे होकर अपने देश और इलाके की बेहतरी के लिए सोचें। इस मौके पर उन्होंने सभी लोगों से अपील की कि एकजुट होकर देश की सेवा में अपने को समर्पित करें।
सामाजिक कार्यकर्ता साजिद हुसैन लल्लू ने कहा कि ऐसे आयोजन होने चाहिए जिससे आने वाली पीढ़ी देश के लिए कुर्बानियां देने वाले शहीदों के बारे में जान सके। खालिद खलील ने कहा कि अब्दुल हमीद ने जो पराक्रम दिखाया, उनकी शहादत के आगे सब छोटा है। रामलखन सिंह, असीम सरकार ने कहा कि ऐसे लोग हमारे प्रेरणा स्रोत हैं और इनकी गाथा को सबों को जानने की जरूरत है। सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार संतोष मानव ने कहा कि धर्म के नाम पर पूरे देश को बांटा जा रहा है। देश को बांटने की साजिश हो रही है, पर इस तरह के लोगों की मंशा कभी पूरी नहीं होगी।
वीर अब्दुल हमीद फाउंडेशन के अध्यक्ष मो. अली और सचिव महताब आलम ने उनकी शहादत की चर्चा की। जबकि गुलाम जिलानी ने अब्दुल हमीद की जिवनी से आज के युवाओं को प्रेरणा लेने पर बल दिया। कार्यक्रम का संचालन मो. शादरूल ने किया। इस दौरान बदरुद्दीन, अजीत बर्णवाल, सुशील अग्रवाल, संतोष साव, सुखदेव यादव, बिनय सिंह, संतोष चंद्रवंशी, हाजी परवेज, संजीव समीर के अलावा काफी संख्या में स्थानीय लोग और महिलाएं मौजूद थी।