पहली बार ओलिंपिक सेमीफाइनल में भारतीय महिला हॉकी टीम ने बनाई जगह
- झारखंड के सिमडेगा व खूंटी में हर्ष का माहौल
- ढोल नगाड़ों पर जमकर थिरके हॉकी खिलाड़ी, एक-दूसरे को दी बधाई
- सलीमा टेटे के गांव में जेनरेटर चला लोगों ने उठाया मैच का लुत्फ
- वहीं निक्की प्रधान के गांव में भी खुब उड़े गुलाल और अबीर
रांची। सोमवार को पूरे देश के साथ साथ झारखंड के लिए काफी खास रहा। ओलिंपिक भारतीय महिला हॉकी टीम पहली बार सेमीफाइनल में पहुंची है। सोमवार को भारत ने क्वार्टर फाइनल में 3 बार की ओलिंपिक चौंपियन ऑस्ट्रेलिया को 1-0 से हरा दिया। जिसके बाद झारखंड के सिमडेगा और खूंटी में स्थानीय लोगों के साथ साथ हॉकी खिलाड़ियों ने जहां जमकर खुशी मनाई। वहीं पूरे राज्य में बधाई देने का सिलसिला चल पड़ा। अब सेमीफाइनल में टीम इंडिया का सामना 4 अगस्त को अर्जेंटीना से होगा।
भारतीय महिला हॉकी टीम में शामिल सिमडेगा की सलीमा टेटे के गांव में बिजली की व्यवस्था नहीं होने पर लोगों ने जेनरेटर चला कर टीवी पर मैच का जमकर लुत्फ उठाया। इस दौरान सिमडेगा हॉकी खिलाड़ी ढोल नगाड़ों की धुन पर नाचते गाते हुए एक-दूसरे को जीत की बधाई दी। सिमडेगा हॉकी खिलाड़ियों ने कहा कि भारतीय टीम इस बार चौम्पियन बनकर ही वापस लौटेगी। ओलंपिक के इतिहास में यह पहला मौका है कि जब भारतीय महिला टीम ने सेमीफाइनल में जगह बनाई है। बताया गया कि वर्ष 1976 में एस्ट्रोटर्फ की शुरुआत हुई थी और इसके बाद भारतीय टीम को यह मौका मिला है। करोड़ों भारतीय की दुआ इन खिलाड़ियों के साथ है।
इधर भारतीय महिला हॉकी टीम में शामिल खूंटी की की बेटी निक्की प्रधान के गांव खूंटी का हेसल में लोग रंग-गुलाल लगा एक-दूसरे को बधाई देते नजर आए। वहीं ग्रामीणों ने निक्की प्रधान के घर पहुंचकर उनके पिता सोमा प्रधान और मां जितनी देवी को बधाई दी। इस मौके पर निक्की प्रधान के पिता सोमा प्रधान ने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि इस बार टीम जरूर जीतेगी।