कोरोनाकाल में धनबाद रेल मंडल के 21 कर्मियों की चली गई जान
- तत्काल स्टाफ बेनिफिट योजना के तहत एक-एक लाख और नौकरी की घोषणा
- एसोसिएशन ने 60 हजार देकर की कोडरमा के केविन मास्टर के परिजन की मदद
कोडरमा। कोरोना की दूसरी लहर में दम तोड़ने वाले रेल कर्मियों के आश्रितों के लिए धनबाद रेल मंडल भी मददगार साबित हो रहा है। इस वैश्विक महामारी से मंडल में 21 रेल कर्मियों की मौत के बाद उन्हें तत्काल सभी प्रकार के भुगतान करने की प्रक्रिया की गई है। धनबाद रेल मंडल के पीआरओ पीके मिश्रा ने बताया कि 21 रेलकर्मियों को तत्काल एक-एक लाख स्टाफ बेनिफिट योजना के तहत दिया गया। वहीं आश्रित परिवारों को आवश्यक कागजात जमा करने के उपरांत उन्हें नौकरी दिया जाएगा, ताकि इस आपदा की घड़ी में परिवार को राहत मिल सके। पत्नी, बेटा या बेटी को आश्रित कोटे से नौकरी मिलेगी।
बताते चलें की कोरोना की पहली लहर में रेल परिचालन पर असर पड़ा था। यात्री ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह से बंद हो गया था केवल कुछ ट्रेनों का परिचालन जारी रखा गया था। रेलकर्मी अपनी जान की परवाह किए बिना देशभर में आवश्यक सामानों की आपूर्ति के लिए दिन-रात ट्रेनों का संचालन करते रहे। दूसरी लहर में ऑक्सीजन रिलीफ ट्रेन के साथ-साथ माल गाड़ियों का परिचालन किया जा रहा था।
इधर लाराबाद में कार्यरत केविन मास्टर संजय श्रीवास्तव की कोविड-19 की वजह से मई में मौत हो गई थी। कोडरमा के ऑल इंडिया स्टेशन मास्टर एसोसिएशन और केबिन मास्टर एसोसिएशन के एक प्रतिनिधि मंडल सोमवार को उसके परिजनों से मुलाकात कर उन्हें ढांढस बंधाया और 60 हजार की आर्थिक मदद की। मौके पर स्टेशन प्रबंधक एके सिंह, रविंद्र कुमार, शंभू शंकर, संतोष कुमार, विकास कुमार, एस के राजन तथा केवीन मास्टर अशोक कुमार आदि उपस्थित थे।