पंचायत सेवक पर ग्रामीणों ने लगाया योजना राशि भुगतान में घूस मांगने का आरोप
गिरिडीह। गावां प्रखंड अंतर्गत सेरुआ पंचायत के पंचायत सेवक इन दिनों आवास योजना में भुगतान के नाम पर पैसे मांगने के लिए पूरे चर्चे में हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि बिना पैसों का चढ़ावा लिए उन्हे एक रुपए का भी भुगतान नहीं किया जाता है। उन्होंने बताया कि आवास चाहे प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बनाया जा रहा हो या अंबेडकर आवास योजना के तहत मगर उन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। आवास बनाने के लिए तीन बार में भुगतान किया जाता है और हर बार उन्हें कुछ ना कुछ पैसा देना ही पड़ता है। ऐसा ही कुछ मामला सांख पंचायत के धर्वे नावाडीह गांव से आया है। यहां के पंचायत सेवक पर पैसे मांगने का आरोप लगाते हुए लक्ष्मी देवी, पिंकी देवी सहित अन्य लोगों ने बताया कि किन्ही का प्लास्टर हो चुका है तो किन्ही का दीवाल जुड़ाई हुआ है। मगर इसका भुगतान उन्हे पंचायत सेवक द्वारा यह कह कर नहीं दिया जा रहा है कि उन्हें कुछ पैसे देने होंगे। उन्होंने बताया कि पूर्व में भी पंचायत सेवक को पैसे देने के बाद ही उन्हें भुगतान प्राप्त हुआ था। इसके अलावा प्रमिला देवी व हरी सिंह ने बताया कि बहुत से ऐसे भी लोग हैं जिनका सेक डाटा में नाम है। बावजूद इसके उन्हे आवास योजना का लाभ नहीं दिया जा रहा है। बताया कि जब वे लोग पंचायत सेवक से बात करते हैं तो उनसे 5000 रुपए प्रति आवास पर मांग किया जाता है। साथ ही उन्होंने बताया कि आवास योजना में कुछ पैसा जॉब कार्ड के माध्यम से भुगतान किया जाता है और उन पैसों का भुगतान पाने के लिए भी पंचायत सेवक द्वारा 1000 रुपए की मांग की जाती है।
काम नहीं देने के कारण लगाए जा रहे हैं आरोप
इस संबंध में जब पंचायत सेवक राज कुमार यादव से बात की गई तो उन्होंने कहा कि कुछ लोगों द्वारा मनरेगा का कार्य किया जाता है और उन्हें काम नहीं देने के कारण ऐसा आरोप वे उनपर लगा रहे हैं।