उपायुक्त ने की बैंकरों व निजी विद्यालय संचालकों के साथ वर्चुअल बैठक
कोडरमा। उपायुक्त रमेश घोलप कोविड के संक्रमण को रोकने और वैक्सीनेशन में गति लाने के लिए विभिन्न सामाजिक, गैर सामाजिक संगठनों के साथ साथ सरकारी विभागों के साथ लगातार बैठक कर रहे हैं। इसी क्रम में उन्होंने शुक्रवार को जिले के विभिन्न बैंकों के प्रतिनिधियों के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से वर्चुअल बैठक की। उपायुक्त ने सभी बैंक के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि कोविड त्रासदी से निबटना एक सामूहिक जिम्मेवारी है। बैंकर्स अनिवार्य रूप से टिका लेने के साथ ही अपने परिजनों को भी ससमय वैक्सीन दिलवा दें। उन्होंने कहा कि पहली लहर के बाद लोग बेफिक्र और लापरवाह हो गए थे, जिसके कारण कोविड की दूसरी लहर का सामना करना पड़ रहा है। बैंकों की यह जिम्मेवारी बनती है कि वे अपने ग्राहकों को सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क का प्रयोग अनिवार्य रूप से करने के लिए प्रेरित करें।
सुपर स्पाइडर की श्रेणी में आते हैं बैंकर्स

जूम मीटिंग के दौरान उपायुक्त ने बैंक के प्रतिनिधियों से कहा कि वर्तमान मे कोविड संक्रमण जिससे पूरी दुनिया व हमारा जिला भी इससे अछूता नहीं है। इससे निजात पाने के लिए हम सबको आगे बढ़कर सार्थक कदम उठाते हुए कार्य करने की जरूरत है। पिछले 3 दिनों में राज्य के अन्य जिलों के मुकाबले सबसे अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। उपायुक्त ने कहा कि इसमें आप सभी अपनी सहभागिता चाहे टीकाकरण कराने हो या जागरूकता फैलाना हो यह जो भी अपनी अहम भूमिका निभाए और शत-प्रतिशत टीकाकरण कराने में योगदान दें। बैंक में आने वाले लोगों को जागरूक करें उन्हें बताएं कि टीका जरूर ले इससे कई फायदे हैं। बैंक मैनेजर यह सुनिश्चित करें कि कोई भी कर्मचारी टीकाकरण से न छूटे और इसे प्राथमिकता देते हुए टीकाकरण कराएंगे। हम सभी फ्रंटलाइन वर्कर की श्रेणी में आते हैं और दूसरी तरफ हम लोग सुपर स्पाइडर की श्रेणी में भी आते हैं। हमारा प्रयास होना चाहिए कि हम सब कोविड का टीका जरूर लें और इसे दूसरों को भी प्रेरित करें।
लोगों को टीके के फायदे की दें जानकारी
उपायुक्त ने निजी स्कूलों के प्रतिनिधियों के साथ वीडियो कॉलिंग एप्प के माध्यम से बातचीत करते हुए कहा कि समाज को शिक्षित करने के साथ साथ अंधविश्वास बुरी रीतियां या अफवाह चल रही है, तो शिक्षकों ने उसे दूर करने का काम किया है। समाज को सही राह दिखाना शिक्षकों का काम है। उपायुक्त ने कहा कि वैश्विक महामारी से बचाव हेतु जिला प्रशासन प्रयासरत है परंतु समाज में टीकाकरण को लेकर जिस प्रकार की भ्रांतियाँ समाज में फैलाई गई है, उसे दूर कर लोगों को टीकाकरण के लिए शिक्षक ही बेहतर ढंग से प्रेरित कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि जिले के वरीय पदाधिकारी डोर टू डोर टीकाकरण हेतु लोगों को समझा रहे हैं। कहा कि शिक्षक लोगों को समझाएं कि टीका लेने के बाद बुखार, बदन दर्द ,सर दर्द समान्य बात है। कहा कि अगर संभावित तीसरी लहर से बचना है तो सभी को सरकार के दिशा निर्देशों का अनुपालन करना होगा और टीका लेना होगा। इस मौके पर उप विकास आयुक्त आर रॉनिटा, अनुमंडल पदाधिकारी मनीष कुमार मौजूद थे।