अभ्रक नगरी में बिजली व जल संकट, तेज हवा से बिजली पोल हुए धराशायी
कोडरमा। अभ्रख नगरी कोडरमा में बिजली पानी का संकट बुधवार को भी जारी रहा। झुमरी तिलैया, कोडरमा एवं चंदवारा के ढाब पानी टंकी से लाखों लोगों की प्यास बुझती है। वहीं पानी के बिना लोग प्यासे हैं। यास तूफान के बाद से ही विद्युत और पानी का संकट बरकरार है। लोग चापाकल, कुआं का पानी के साथ साथ जार का पानी खरीदकर उपयोग कर रहे है। बुधवार को दिन भर सूर्य देवता का दर्शन हुआ और उमस भरी गर्मी से लोग बेहाल रहे। मंगलवार को उमस भरी गर्मी के बाद संध्या में झमाझम बारिश और तेज हवा चली और इस दौरान उरवा स्थित पीएचडी फीडर एवं तिलैया डैम मे जगह-जगह पेड़ों के गिरने से विद्युत आपूर्ति बंद है। इस वजह से झुमरी तिलैया की पांच पानी टंकी उरवा और चंदवारा में एक-एक पानी टंकी से पेयजल आपूर्ति बाधित है। लगातार एक सप्ताह से बिजली और पानी की यही स्थिति बनी हुई है। उरवा और तिलैया डैम के समीप लगभग 10 बिजली के पोल गिरे पड़े हैं। वही पेड़ गिरने से एक मकान भी ध्वस्त हुआ है। इस वजह से बिजली और पानी की आपूर्ति पूरी तरह से बाधित है।
देर रात तक पीएचडी फीडर में विद्युत आपूर्ति बहाल होने की उम्मीद
पीएचडी के कनीय अभियंता सुनील कुमार ने बताया की यास तूफान के बाद से ही बिजली की आपूर्ति एवं पेड़ गिरने से पानी की आपूर्ति 8 दिनों से बाधित हो रही है। कर्मा में लगभग 15 दिनों से पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। इधर विद्युत विभाग के ईई प्रणव तिवारी ने बताया की बुधवार की देर रात तक पीएचडी फीडर की विद्युत आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी। यहां 15 गांव के साथ-साथ चंदवारा में भी विद्युत आपूर्ति बाधित है। बताते चलें कि इस भीषण गर्मी में लोगों के माथे से जहां पसीना टपक रहा है। वहीं बिजली रानी के नखरे और पानी की आपूर्ति नहीं होने से लोगों का हाल बेहाल है और 2 बजे के बाद प्रतिष्ठान और बैंक बंद होने से अधिकतर लोग घरों में रह रहें है और बिजली नहीं मिलने से इन्वर्टर और मोबाइल के चार्ज होने में भी समस्या आ रही है।