सीटू व किसान सभा 26 मई को मनायेगा काला दिवस
कोडरमा। किसान संगठनों के संयुक्त मंच संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के फैसले के आलोक में मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ सेन्टर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन (सीटू) और अखिल भारतीय किसान सभा (एआईकेएस) आगामी 26 मई को काला दिवस मनायेगा। सीटू नेता संजय पासवान और किसान सभा के असीम सरकार ने संयुक्त बयान जारी कर कहा कि आगामी 26 मई को जनविरोधी मोदी शासन के 7 वर्ष पूरे हो रहें हैं, साथ ही तीन कृषि काला कानूनों और बिजली संशोधन विधेयक के खिलाफ दिल्ली की सीमा पर किसानों के चल रहे विरोध प्रदर्शन व ऐतिहासिक आंदोलन के भी छह महीने पूरे रहें हैं। विदित हो कि विगत 26 नवंबर 2020 को किसान आंदोलन की शुरुआत हुई थी। नेताओं ने कहा कि सभी के लिए मुफ्त वैक्सीन, गरीबों को मुफ्त राशन और 75 सौ रुपये प्रति माह दिये जाने, तीन नये कृषि कानूनों को रद्द करने, फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानून बनाने, पिछले साल संसद द्वारा पारित चार लेबर कोड कानून को वापस लेने जैसी मांगे शामिल हैं। स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए कार्यस्थलों और घरों पर हाथों में काला फीता लगाते हुए मांगों से संबंधित पोस्टर लेकर विरोध प्रदर्शन किया जायेगा।