कोविड अस्पताल में इलाजरत मरीजों को मिल रहा है निम्न स्तर का भोजन
- माले नेताओं ने उपायुक्त से की जांच की कार्रवाई की मांग
- झारखंड सरकार ने हड़बड़ी में बनाया मरीजों को कमजोर करने वाला प्लान: माले
गिरिडीह। बदडीहा स्थित एएनएम काॅलेज में संचालित कोविड अस्पताल में इलाजरत कोविड मरीजों को मिलने वाले खाने में बरती जा रही अनियमिता की सूचना के बाद रविवार को माले नेता राजेश यादव और राजेश सिन्हा कोविड अस्पताल पहुंचे। उन्होंने अस्पताल में इलाजरत मरीजों को मिलने वाले खाने का जायजा लिया। इस क्रम में उन्होंने देखा की खाने की व्यवस्था सरकारी मानकों के अनुरूप नहीं है और मरीजों को दिया जाने वाला भोजन काफी निम्न स्तर का है।
इस दौरान उन्होंने बताया कि वर्तमान ठेकेदार के द्वारा जो खाना मरीजों को दिया जा रहा है उसकी क्वालिटी सरकारी मानकों के अनुरूप बिल्कुल नहीं है। तीन टाइम भोजन के अलावे’ सरकारी मानकों में आधा लीटर दूध, दो पीस अंडा, फल, बादाम आदि ’एक्स्ट्रा डाइट के रूप में देना है जो महीनों से मरीजों को नहीं दिया जा रहा है।
मरीजों को नास्ते में सिर्फ चार पीस पूड़ी और आलू बैगन की सब्जी दी जा रही है जो काफी औसत दर्जे की है। जबकि डॉक्टर कहते हैं कि कोविड के समय प्रोटीन, विटामिन युक्त भोजन लेनी चाहिए। जबकि मरीजों को खाना देने वाले संवेदक के अनुसार सिर्फ सौ रूपये में तीन समय का भोजन देना है। कहा कि झारखंड सरकार इस कार्य में बड़ी हड़बड़ी में बना दी है यह 100 रुपये वाला मरीज को कमजोर करने वाला प्लान है। जिसकी जितनी भी निंदा की जाये वह कम है।
उन्होंने उपायुक्त से मांग करते हुए कहा कि कोविड अस्पताल में दी जा रही खाने की गुणवत्ता की जांच कर उसे जल्द से जल्द सुधारने का कष्ट करें और ठेकेदार को दी जाने वाली राशि में 50 से सौ रूपये की बढ़ोतरी भी किया जा सकता है।