बरगंडा में मनाया गया सहकार भारती का 44वां स्थापना दिवस
- सहकारिता पर प्रकाश डालते हुए दी गई कई आवश्यक जानकारियां
- सहकारिता से बदला जा सकता है समाज का स्वरूप: चुन्नूकांत
गिरिडीह। गिरिडीह सहकार भारती का 44वां स्थापना दिवस बुधवार को शहर के बरगंडा में मनाया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि सहकार भारती के जिला अध्यक्ष चुन्नू कांत के अलावे महामंत्री मोती उपाध्याय, अधिवक्ता कला सहाय, संगठन मंत्री शरद भक्त, राकेश कुमार सिन्हा, डोली खान, विद्या देवी अधिवक्ता बब्बन खान, राहुल कुमार, श्रेयांश कुमार समेत काफी संख्या में लोग शामिल हुए। कार्यक्रम के दौरान जिले में अगले 1 सप्ताह तक सहकारिता पखवारा मनाने का निर्णय लिया गया। साथ ही गिरिडीह में अधिवक्ता सहकारिता समिति बनाने पर बल दिया
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यअतिथि चुन्नुकांत ने कहा कि सहकारिता से समाज का स्वरूप बदला जा सकता है। गुजरात और महाराष्ट्र जैसे राज्य इसके उत्कृष्ट उदाहरण हैं, जहां सहकारिता के सहारे राज्य की आर्थिक दशा बदल दी गई है। वहीं कार्यक्रम का संचालन करते हुए महामंत्री मोती उपाध्याय, अधिवक्ता कला सहाय सहित अन्य अतिथियों ने कहा कि सहकारिता के बिना उद्धार संभव नहीं है। सहकारिता के कई उदाहरण प्रस्तुत करते हुए कहा कि आम व्यक्ति अगर पुरुषार्थ करें और ईमानदारी से प्रयास करें तो सहकारिता के सहारे किसी भी क्षेत्र में कार्य किय जा सकता है।