बरवाडीह में अखाड़ा के प्रैक्टिस के दौरान आग के लूक की चपेट में आया 14 वर्षीय अवेश रजा
- लूक लगने से गंभीर रूप से झुलसा, चिकित्सकों ने किया रेफर
- पिता ने थाना में आवेदन देकर लूक धूनने पर रोक लगाने की की मांग
गिरिडीह। पुलिस प्रशासन जहां एक ओर गिरिडीह मुहर्रम को शांति और सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न कराने को लेकर सक्रिय है। वहीं मुहर्रम के आखाड़ा के दौरान युवाओं के द्वारा किए जाने वाले प्रदर्शन के बीच आग का लूक धुनने सहित आग से जुड़े कई प्रकार के करतब दिखाते है जो न सिर्फ अखाड़ा में शामिल लोगों के लिए जानलेवा साबित होता है बल्कि इसस आगलगी की बड़ी घटनाएं हो सकती है। बीती रात शहर के बरवाडीह पुलिस लाईन के पास अखाड़ा कमिटी के द्वारा कराए जा रहे प्रैक्टिस के बीच आग जलाकर लूक धूनने के दौरान एक 14 वर्षीय अवेश रजा चपेट में आ गया। जिससे वह गंभीर रूप से झुलस गया है। आनन फनन में उसे अस्पताल ले जाया गया जहां उसका प्राथमिक उपचार करने के बाद रेफर कर दिया गया है। मामले को लेकर बच्चे के पिता मो एहसान अंसारी ने नगर थाना में लिखित आवेदन देकर शिकायत भी की है।

इस संबंध में बच्चे के पिता ने बताया कि उनका बच्चा मौके पर खड़ा था तभी अचानक से एक युवक आग जलाकर लूक धूनने लगा। जो उनके बच्चे के चेहरे पर लगा और वह गंभीर रूप से झुलस गया। उन्होंने प्रशासन से मामले में कार्रवाई करते हुए कहा कि मुहर्रम के अखाड़े के दौरान इस तरह के करतब पर रोक लगाये अन्य कोई बड़ी घटना भी हो सकती है।
गौरतलब है कि गिरिडीह में शांति और सौहार्द के साथ मुहर्रम का त्यौहार मनाने की अपील के साथ पुलिस प्रशासन व जिला प्रशासन के द्वारा शांति समिति की बैठके आयोजित की जा रही है। लेकिन अब तक मुहर्रम के अखाड़ा लूक धूनने सहित आग से संबंधित किसी प्रकार के करतब पर रोक नहीं लगाई गई है। ऐसे में मुहर्रम के दसवीं को भारी भीड़ के बीच निकलने वाले अखाड़े के दौरान लूक धूनने सहित आग जलाकर अन्य करतब का प्रदर्शन किया गया तो किसी हादसे से इंकार भी नही किया जा सकता है।