जिप अध्यक्ष मुनिया देवी ने प्रेसवार्ता कर गिनाई दो साल की उपलब्धियां
- योजनाओं में गड़बड़ी करने वाले पदाधिकारियों को बचाने का सरकार पर लगाया आरोप
गिरिडीह। पिछले दो साल के कार्यकाल की उपलब्धियों को लेकर मंगलवार को गिरिडीह जिला परिषद अध्यक्ष मुनिया देवी ने मंगलवार को प्रेसवार्ता किया। इस दौरान प्रेसवार्ता में उनके साथ जिला अभियंता भोला राम और कार्यपालक पदाधिकारी शिवशंकर प्रजापति के साथ जिप सदस्य हींगामुनि देवी और रीता मंडल भी शामिल हुई। इस दौरान उन्होंने दो साल की उपलब्धियों और 45 करोड़ 65 लाख की राशि से हुए विकास योजना के बाबत जानकारी दी। विकास योजनाओं की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि 42 करोड़ 65 लाख की राशि से पूरे जिले कई योजनाओं का क्रियान्वयन हो चुका है। इसमें 15वें वित्त आयोग की राशि 6 करोड़ 10 लाख से 11 स्वास्थ उप केन्द्र निर्माण कराने की स्वीकृति मिल चुकी है। सीएसआर के फंड की राशि 97 लाख 59 हजार के लागत से युवा विकास केन्द्र और धनवार आदर्श कॉलेज में ऑडिटोरियम का निर्माण किया जाना है। 10 करोड़ 51 लाख की राशि से पूरे जिले में सिंचाई की सुविधा को लेकर 55 अमृत सरोवर तालाब का निर्माण हो चुका है। वहीं एक करोड़ 66 लाख के लागत से 5 स्वास्थ उपकेन्द्र का निर्माण हो चुका है। विशेष केन्द्रीय सहायता योजना की राशि 71 लाख से 5 ग्रामीण सड़कों का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है।
हालांकि प्रेसवार्ता के दौरान जिप अध्यक्ष मुनिया देवी ने राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसा लगता है कि दोषी पदाधिकारी अब तक सिर्फ राज्य सरकार और डीसी के संरक्षण में बचते रहे है। कहा कि नल-जल योजना और केन्द्र और राज्य सरकार की योजनाओं में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर वो कई बार दोषी पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर डीसी को लिखी। यहां तक कि राज्य सरकार के पास तक पत्राचार किया गया कि योजनाओं में बड़े पैमाने पर पदाधिकारियों द्वारा धांधली बरती जा रही है। कोई पदाधिकारी जिला परिषद् सदस्यों की सुनना तक जरुरी नहीं समझते। ऐसे में इन दोषी पदाधिकारियों के खिलाफ तुंरत कार्रवाई की जरुरत है। बावजूद इसके भ्रष्टाचार में लिप्त पदाधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई।