जिप प्रधान ने होली स्पेशल ट्रेन चलाए जाने को लेकर की मांग
- कहा ट्रेनों में लगाई जाए अतिरिक्त बोगियां
- पारंपरिक रैक को बदल कर डेमो ट्रेन चलाने की, ट्वीट कर की मांग
कोडरमा। होली पर झारखंड आने वाले यात्रियों के लिए रेलवे बोर्ड एवं पूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर, बिहार झारखंड और उत्तर प्रदेश के लिए स्पेशल ट्रेनों का परिचालन 12 मार्च से 25 मार्च तक करें। ताकि यात्रियों को आरामदायक यात्रा और भीड़ से निजात मिल पाए। झारखंड जिला परिषद की अध्यक्ष सह कोडरमा जिप प्रधान शालिनी गुप्ता ने गुरुवार को रेल मंत्री रेलवे बोर्ड के चेयरमैन, महाप्रबंधक पूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर तथा मंडल रेल प्रबंधक धनबाद को ट्वीट कर उक्त मांगे रखी है।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 के बाद बड़ी संख्या में लोग होली मनाने अपने-अपने गांव लौटगें। ऐसे में रांची, हजारीबाग टाउन ,जमशेदपुर ,धनबाद से स्पेशल ट्रेन चलाने और इन स्टेशनों से खुलने वाली ट्रेनों में अतिरिक्त कोच लगाने की पहल की जानी चाहिए। ताकि कोडरमा, धनबाद, बोकारो, गया एवं पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन एवं पटना आने जाने में यात्रियों को सुविधा मिल सके। कई रेल मंडलों ने होली स्पेशल ट्रेन चलाने की घोषणा की है, लेकिन धनबाद रेल मंडल की ओर से अभी तक किसी भी ट्रेन के चलाने या गंगा दामोदर, धनबाद लुधियाना एक्सप्रेस, पटना रांची जनशताब्दी, हटिया पटना एक्सप्रेस में बोगियों के बढ़ाने की घोषणा नहीं की गई है। जबकि 15 मार्च के बाद ट्रेनों में भीड़ बढ़ेगी।
उन्होंने होली के पहले कई ट्रेनों में जनरल बोगियों के लिए टिकट बिक्री की सुविधा भी प्रदान करने की मांग की है। कहा कि रेलवे बोर्ड ने सभी जोन को इस संबंध में दिशा निर्देश भी जारी किया है। इधर सामान्य लोग को भी ट्रेन खुलने से लेकर गंतव्य स्थान तक जाने में जनरल टिकट से लाभ मिलेगा। कोडरमा रेलवे स्टेशन पर हावड़ा जोधपुर एक्सप्रेस तथा हजारीबाग रोड एवं पारसनाथ में नई दिल्ली पुरी पुरुषोत्तम एक्सप्रेस के ठहराव पुनः चालू करने पर भी बल दिया।
जिप प्रधान शालिनी गुप्ता ने कहा कि कोडरमा जंक्शन से खुलने वाली कवार मधुपुर एवं कोडरमा हजारीबाग टाउन, बरकाकाना पैसेंजर की पारंपरिक रैक को बदलकर इन दोनों खंडों पर डेमो ट्रेन का परिचालन को हरी झंडी देने की मांग रेल अधिकारियों से की। उन्होंने कहा कि इन दोनों ट्रेनों का परिचालन जब शुरू हुआ था तब डेमो ट्रेन चलाई गई थी बाद में इसके रैक को हटा दिया गया अब होली के समय पुनः उन्हीं रैक को को चलाया जाए ताकि महानगरों एवं विभिन्न राज्यों से आने वाले यात्री को सफर में आराम मिलेगा तथा रेलवे का राजस्व भी बढ़ेगा।