श्रम कानूनों में संसोधन के लिए महिलाएं हुई गोलबंद
गिरिडीह अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एशोसिएशन (ऐपवा) की बगोदर ईकाई ने सोमवार को सरिया रोड स्थित शहीद महेंद्र सिंह भवन में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया। मौके पर महिला अधिकारों की लड़ाई में अग्रणी भूमिका निभानेवाले सभी दिवंगत महिलाओं की स्मृति में एक मिनट का मौन रखा गया तथा उनकी स्मृति पर पुष्प अर्पित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत में किसान विरोधी तीनों कृषि कानून रद करने की मांग के साथ हुई। महिला के अधिकारों पर हमला बंद करो, जेल में बंद आंदोलनकारी महिलाओं व लड़कियों को रिहा करो, मनु स्मृति से नही बल्कि संविधान से देश व समाज चलाओ, ढेगी बेटी बढ़ेगी बेटी लड़ेगी बेटी जैसे नारे भी लगाए गए।
मनुस्मृति से देश चलाने की हो रही कोशिश
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ऐपवा प्रदेश कमिटी नेत्री पूनम महतो ने कहा कि 8 मार्च दुनिया भर में महिलाओं की आजादी, न्याय व समानता के लिए ऐतिहासिक दिन है। विगत तीन महीनों से अधिक देश के राजधानी दिल्ली के बॉर्डर पर हजारो महिलाएं अडाणी-अम्बानी परस्त कृषि कानून के खिलाफ लड़ रही है। नागरिकता विरोधी सीएए आंदोलन में सैकड़ों महिलाओं और लड़कियों को जेलों में कैद रखा गया है। आज महिलाओं पर चैतरफा दमन सत्ता के संरक्षण में किया जा रहा है!श्रम कानून में संशोधन कर महिलाओं पर आर्थिक हमला जारी है। देश को मनुस्मृति से चलाने की कोशिश हो रही है। आजादी के इतने दिन के बाद भी महिला हिंसा ,बलत्कार,हत्या,भ्रूण हत्या जैसे घिनौना काम धड़ल्ले से जारी है। आज सुप्रीम कोर्ट भी महिलाओं के आजदी पर टिप्पणी कर रहा है कि आंदोलन में महिलाएं ना रहे। यहां तक कि जो बलात्कारी है पीड़िता उसी से शादी रचा ले ,यह न्यायालय द्वारा भी जीने और आजादी का अधिकार छीनने की कोशिश है।
महंगाई की शिकार हो रही महिलाएं
बगोदर उप प्रमुख सह ऐपवा प्रखण्ड सचिव सरिता साव ने कहा कि आज महंगाई की सर्वाधिक मार का शिकार हम महिलाएं हो रहे है। पेट्रोल,डीजल,रसोई गैस सिलेंडर, सरसो तेल आदि सामग्रियों के आसमान छूती मूल्यवृद्धि भूखों मारने पर मजबूर कर दिया है .भाजपा शासन में महिलाओं को सांप्रदायिक आधार पर बिभाजित करने की नीति हावी है एकता और प्रेम सौहार्द्र को नष्ट किया जा रहा हैं जाती धर्म के आधार पर समाज मे नफरत फैलाने की लगातार कोशिश जारी है.
महिला अधिकारों के लिए 15 को होगा विधानसभा घेराव
बगोदर मध्य जिला परिषद सरिता महतो ने कहा कि स्वयं सहायता समूह से जुड़ी सभी महिलाओं की कर्ज माफी तथा महिला अधिकारों की लड़ाई को आगे ले जाने के लिए आगामी 15 मार्च को झारखंड विधानसभा का घेराव किया जा रहा है।उन्होंने बड़ी संख्या में महिलाओं से उक्त घेराव में भाग लेने की अपील की।
ये थी मौजूद
मौके पर पूर्व पंस खगिया देवी ,मंजू देवी, ललिता मसोमात, रुग्वा देवी, लक्मी देवी, इंडिया देवी, फुलमतिया देवी, आशा देवी, सुषमा देवी, कौशल्या देवी, कलावती देवी समेत दर्जनों महिलाएं उपस्थित थी।