स्वास्थ मंत्री आएं तो पीएम मोदी पर साधा निशाना, गिरिडीह प्रशासन की लापरवाही पर रह गए खामोश
बढ़ते संक्रमण के बाद भी बेखौफ बरती जा रही लापरवाही
गिरिडीहः
कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच शुक्रवार को स्वास्थ मंत्री गिरिडीह पहुंचे। तो स्वास्थ मंत्री बन्ना गुप्ता के निशाने पर पीएम मोदी ही रहे। लेकिन स्थानीय प्रशासन की लापरवाही पर एक शब्द बोलना स्वास्थ मंत्री ने जरुरी नहीं समझा। क्योंकि राज्य के हर जिलों में कंटेनमेंट जोन बनाकर कोरोना संक्रमितों को होम आईसोलेट किया जा रहा है। तो जरुरत के अनुसार संक्रमितों को आईसोलेशन वार्ड में भी भेजा रहा है। लेकिन यहां इस मामले में गिरिडीह की हालत बेहद खराब है। संक्रमितों के संपर्क में आएं उनके रिश्तेदार बेखौफ हो कर घर से बाहर निकल रहे। वहीं कई बार खुद संक्रमित भी घर से बाहर निकलते नजर आ रहे है। दुकानों में समानों की खरीदारी करते भी दिख रहे। संक्रमितों के संपर्क में संदिग्धों पर पांबदी लगाने वाले भी प्रशासिनक अधिकारी ऐसे सोए हुए है। मानों कुछ हुआ ही नहीं। बल्कि सब समान्य है। यही नही हालात इतने खराब है कि सारा दिन शहर के बाजारों में लोगों की भीड़ तक दिख रही है। खास तौर फुटपाॅथ में ठेले पर सब्जी और फल बेंचते दुकानदारों की बात करें। तो इन दुकानों में खरीदारी करने वाले ग्राहक खौफवश दूर खड़ा हो कर ही समानों की खरीदारी करते है। फिलहाल तस्वीर शुक्रवार की सुबह का ही है। जब शहर के गांधी चाौक में फुटपाॅथ दुकानदार बगैर माॅस्क लगाएं दुकानदारी कर रहे थे। ना तो कोई कोरोना का ही कोई खौफ दिखा। और ना ही प्रशासनिक सख्ती का।

फिलहाल प्रशासनिक सख्ती सिर्फ राज्य सरकार के जारी निर्देश के अनुसार शाम आठ बजे के बाद ही नजर आ रहा है। गुरुवार की शाम बाजार बंद कराने के खुद सदर एसडीएम प्रेरणा दीक्षित और सदर एसडीपीओ अनिल सिंह को पुलिस जवानों के साथ उतरना पड़ा। इस दौरान एसडीएम और एसडीपीओ के साथ पुलिस जवान पूरे शहरी क्षेत्र में दुकान बंद कराते दिखें, तो लोगों से घर जाने की अपील भी की। बहरहाल, कोरोना को लेकर दिनोंदिन खराब होते हालात ने जिले के लोगों की चिंता बढ़ा दिया है। क्योंकि जिले में कोरोना के दुसरे लहर के कारण एक व्यक्ति की मौत भी हो गई है। वहीं हर रोज संक्रमण खतरा भी बढ़ रहा है। इसके बाद भी लापरवाही लोगों की कम नहीं हो रही है।