झारखंड के 40 लाख के दो इनामी हार्डकोर महिला नक्सली करुणा दी और पिंटू राणा को जमुई पुलिस ने दबोचा, कई हथियार बरामद
गिरिडीह
बिहार के जमुई जिले की पुलिस को दो दिन पहले बड़ी सफलता हाथ लगी। जब नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के झारखंड-बिहार के गिरिडीह-जमुई जिले के सैक सदस्य और दोनों जिलो के जोनल कमांडर पिंटू राणा और करुणा दी को जमुई पुलिस ने भारी-भरकम हथियार और जिंदा कारतूस के साथ दोनों दबोचने में सफलता पाया। जमुई के खैरा थाना क्षेत्र के गिद्वेशवर पहाड़ी के जंगल में सर्च ऑपरेशन चलाकर दोनों को दबोचा गया। वहीं दो दिन बाद जमुई एसपी सोरया सुमन ने शुक्रवार को प्रेसवार्ता कर पूरे मामले की जानकारी दिया। एसपी ने प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि स्पेशल एरिया कमेटी सैक की सदस्य और झारखंड में 25 लाख की इनामी महिला नक्सली और हार्डकोर माओवादी करुणा दी और झारखंड में 15 लाख तो बिहार में 50 हजार के इनामी सैक सदस्य और दोनों जिलो के जोनल कमांडर पिंटू राणा को गिरफ्तार किया। दोनों माओवादियों के निशानदेही पर ही गिद्वेशवरी पहाड़ी के जंगल में छापेमारी कर पुलिस बल ने बड़े पैमाने पर हथियार भी बरामद किया है। जिसमें एक एके-47 राइपफल के साथ एसएलआर, दो मैगजीन, 159 रांउड जिंदा कारतूस और एसएलआर का 88 रांउड जिंदा कारतूस भी बरामद किया।
दो दिन पहले जमुई पुलिस को मिले सफलता के तीसरे दिन शुक्रवार को एसपी ने बताया कि पूछताछ में दोनों हार्डकोर माओवादियों ने कई राज उगले है। जिसके आधार पर अब दोनों जिलों द्वारा संयुक्त ऑपरेशन अब चलाया जाएगा। इतना ही नही दोनों के खिलाफ जमुई और गिरिडीह के खैरा, चरकापत्थर, चकाई, सोनो समेत गिरिडीह के भेलवाघाटी, देवरी समेत कई थानों में दो दर्जन से अधिक नक्सली कांड दर्ज है। इसमें नक्सली विष्फोट और हत्या की घटनाएं भी शामिल है। गौरतलब है कि जोनल कमांडर पिंटू राणा और करुणा दी की गिरफ्तार दोनों जिलो के पुलिस के लिए बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। क्योंकि दोनांे ही जमुई और गिरिडीह के कुख्यात माओवादियों के लिस्ट में आते है। लिहाजा, पुलिस सूत्र बताते है कि अब गिरिडीह पुलिस भी दोनों को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर सकती है।