ढाई घंटे खड़ा रहा गिरिडीह मधुपुर पैसेंजर ट्रेन, यात्रियों ने किया बुकिंग काउंटर पर तोड़फोड़
गिरिडीहः
रेलवे ट्रैक में शव पड़े होने के कारण और मुफ्फसिल थाना पुलिस की लापरवाही ने गिरिडीह मधुपुर पैसेंजर ट्रेन ढाई घंटे तक गिरिडीह रेलवे स्टेशन में रोके रखा। इसे गुस्साएं यात्रियों ने गिरिडीह स्टेशन के बुकिंग काउंटर में बैठे रेलवे के कर्मियों से टिकट का पैसा रिफंड करने की मांग को लेकर तोड़फोड़ कर काउंटर का शीशा तोड़ दिया। हालाकि कुछ यात्रियों के पहल के बाद मामले को सुलझा लिया गया। जबकि ढाई घंटे बाद करीब सुबह साढ़े सात बजे गिरिडीह मधुपुर पैसेंजर ट्रेन गिरिडीह स्टेशन से खुला। जानकारी के अनुशार गिरिडीह मधुपुर रेलखंड के फुलजोरी हाल्ट में ट्रेन से कटकर 48 वार्सिया रामदेव ठाकुर की मौत हो गई थी। और मृतक का शव पटरी पर ही पड़ा था। वैसे घटना कितने बजे का है ये स्पष्ट नहीं हो पायाए लेकिन पहले फेरे का ट्रेन सुबह चार बजे मधुपुर से गिरिडीह पहुंच चुका था। और गिरिडीह स्टेशन से चार बजकर 50 मिनट में ट्रेन को खुलना था। इस दौरान मधुपुर जाने वाले काफी में यात्री भी गिरिडीह स्टेशन में टिकट कटा ही रहे थेए की स्टेशन से स्टेशन मैनेजर ने माइक से सूचना दिया की ट्रेन खुलने में वक्त लगेगा। इसके बाद यात्रियों ने टिकट का पैसा रिफंड करने का मांग किया। लेकिन जब रिफंड करने से बुकिंग काउंटर के कर्मियों ने इंकार किया। तो स्टेशन में यात्रियों ने जमकर हंगामा किया। इसी बीच एक यात्री ने बुकिंग काउंटर का शीशा भी तोड़ दिया।
जबकि रेलवे ट्रैक पर शव पड़े होने की जानकारी गिरिडीह स्टेशन के जीआरपी को मिलते ही जीआरपी जवान घटनास्थल पहुंच चुके थेए और मामले की जानकारी तक मुफ्फसिल थाना पुलिस को देते हुए कहा की वो लोग बॉडी हटा रहे हैै। क्योंकि स्टेशन में ट्रेन खड़ा है और यात्री परेशान है। लेकिन मुफ्फसिल थाना पुलिस ने जीआरपी को यह कहते हुए मना कर थाना से पुलिस के जाने के बाद ही ट्रैक से शव हटेगा, और जब ढाई घंटे बाद शव हटाने पुलिस गई। और शव हटा, तो सुबह करीब साढ़े सात बजे ट्रेन गिरिडीह स्टेशन से खुला। जबकि कई यात्रियों ऐसे थे, जिनका मधुपुर से अलग अलग राज्यो का ट्रेन सुबह आठ और नो बजे भी था। और लोगो ने अपने गंतव्य स्थान पर जाने के लिए आरक्षण तक करा रखा था।