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गावां थाना के एसआई का पुलिसिया रौब, जिप सदस्य को किया अपमानित

  • एक महिला की फरियादी के साथ थानेदार से मिलने पहूंचे थे जिप सदस्य
  • एसआई दीपक कुमार सब के साथ तुम, रे, बे से ही करते हैं बात की शुरूआत: जिप सदस्य
  • मामले की जांच कर करेंगे कार्रवाई: एसडीपीओ

गिरिडीह। गावां थाना में पदस्थापित दीपक कुमार का पुलिसिया रौब एक बार फिर सामने आया है। इस बार एसआई दीपक ने गावां भाग-2 के जिप सदस्य पवन चौधरी के साथ बदतमीजी की है। बता दें कि दीपक कुमार के द्वारा अक्सर लोगों से दुर्व्यहार करने का मामला सामने आता है। इन पर आरोप है कि थाना आने वाले हर आम व खाश के साथ इनके द्वारा संबोधन में तुम, रे आदि शब्दों का प्रयोग किया जाता है। इसी तुम के संबोधन को लेकर गुरूवार को जिप सदस्य पवन चौधरी के साथ एसआई दीपक की तीखी नोंक-झोंक हो गई है।

जिप सदस्य पवन चौधरी ने बताया कि गुरूवार को वे नगवां की एक विधवा फरियादी महिला को लेकर थाना गए थे और वे सीधा गावां थाना प्रभारी के कार्यालय कक्ष की ओर जा रहे थे। इसी बीच थाना के मुंशी ने कहा कि प्रभारी नहीं हैं, तो मैं महिला की शिकायत लेकर थाना के बरामदे में बैठे एसआई दीपक कुमार के पास गया और उन्हें आवेदन सौंपा। इसके बाद दीपक कुमार अचानक तेज आवाज में चिल्लाते हुए कहा कि तुम मुझसे पुछे बगैर प्रभारी के कार्यालय की ओर क्यों गया। मैं यहां बैठा हूं, तुम्हें दिखाई नहीं दिया। अब तुम्हारा आवेदन प्रभारी ही देखेगा। इसी बात पर दोनों बीच खुब तु-तु मैं-मैं हो गई। इस बीच थाना के कंप्युटर ऑपरेटर बमशंकर के द्वारा भी जिप सदस्य के साथ दुर्व्यवहार की गई।

इधर जिप सदस्य पवन चौधरी ने एसआई के इस व्यवहार की शिकायत फोन से खोरीमहुआ एसडीपीओ मुकेश कुमार महतो और गिरिडीह एसपी अमित रेणु से करते हुए आरोपी एसआई पर कार्रवाई की मांग की है।

इधर इस संबंध में पुछे जाने पर एसआई दीपक कुमार ने कहा कि मैंने जिप सदस्य पवन चौधरी से मजाक में कहा था कि तुम जब प्रभारी के पास पहले जा रहे थे, तो यह आवेदन प्रभारी ही देखेगें। इसी मजाक को जिप सदस्य ने सीरियसली ले लिया है और बात बढ़ गई।

वहीं खोरीमहुआ एसडीपीओ मुकेश कुमार महतो ने कहा कि जिप सदस्य पवन चौधरी के द्वारा शिकायत की गई है। अगर जिप सदस्य इसकी लिखित शिकायत करते हैं, तो इस मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी। निर्वाचित जनप्रतिनिधि के साथ अगर ऐसा व्यवहार हुआ है, तो यह गलत है। निर्वाचित जनप्रतिनिधियों सहित थाना पहुंचने वाले सभी फरियादियों के साथ पुलिस अफसर को सम्मान से पेश आना चाहिए।

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