LatestNewsTOP STORIESकोडरमागिरिडीहझारखण्डराँची

गिरिडीह जेल अधीक्षक से दो करोड़ रंगदारी की मांगने के मामले में मुफ्फसिल पुलिस के रडार पर कुख्यात अपराधी आशीष साह

हाल के दिनों में किया गया था गिरिडीह जेल से खंूटी जेल में शिफ्ट

सवा महीनें की घटना के बाद पुलिस ने किया एक दिन पहले किया केस दर्ज

गिरिडीहः
दो कुख्यात अपराधियों को सिमडेगा और खंूटी जेल शिफ्ट किए जाने के बाद भी गिरिडीह पुलिस परेशान है। क्योंकि सवा महीनें पहले गिरिडीह केन्द्रीय जेल के जेल अधीक्षक से दो करोड़ की रंगदारी मांगी गई। जेल अधीक्षक अनिमेष चाौधरी से व्हाटसअप पर दो करोड़ का रंगदारी मांगा गया। रंगदारी की मांग सवा महीनें पहले किया गया। तो जेल अधीक्षक अनिमेष चाौधरी ने दुसरे दि नही मुफ्फसिल थाना में अज्ञात अपराधी के खिलाफ केस दर्ज कराया। लेकिन मुफ्फसिल थाना पुलिस ने जेल अधीक्षक से पूछताछ का हवाला देकर सवा महीनें बाद बीतें 23 सितबंर की शाम केस दर्ज कर जांच में जुट गई है। मुफ्फसिल थाना पुलिस ने थाना कांड संख्या 242/22 दर्ज की है। पूरे मामले की जांच में पुलिस जुटी हुई है किसने जेल अधीक्षक को व्हाटसअप पर दो करोड़ का रंगदारी मांगा।
पुलिस सूत्रों की मानंे तो जेल अधीक्षक से रंगदारी मांगने को लेकर पुलिस को सारा संदेह गिरिडीह के ही ताराटांड थाना क्षेत्र गांव निवासी आशीष साह पर है। हालांकि ताराटांड के इस अपराधी आशीष साह को भी सुरक्षा के लिहाज से खंूटी जेल में शिफ्ट कर दिया गया है। लेकिन आशीष साह ही वह अपराधी है जिसने तीन माह पहले अपने कुछ साथियों मंगेश मंडल के साथ जेलर प्रमोद कुमार पर गोली फांयरिंग की घटना को अंजाम दिया था। इसे पहले आशीष साह ताराटांड के एक बिजली विभाग के वसूली शिविर में धावा बोल कर पैसे लूटने के मामले में जेल जा चुका था। जहां उसका संबध रांची के कुख्यात अपराधी अनम साव से हो गया था। इस बीच ताराटांड बिजली विभाग के वसूली शिविर लूटकांड मामले में जेल से निकलने के बाद ही आशीष साह ने जेलर प्रमोद कुमार पर गोली फायरिंग की घटना को अंजाम दिया था। इस मामले में मुफ्फसिल थाना पुलिस ने आशीष साह को दुबारा गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
लेकिन सुरक्षा के लिहाज से उसे कुछ दिनों पहले ही खंूटी के जेल में शिफ्ट कर दिया गया। लिहाजा, पुलिस को सारा संदेह इसी आशीष साह पर है। इसके पीछे भी एक बड़ी वजह यह भी है कि जेल में रहते हुए आशीष साह का संबध रांची के कुख्यात अपराधी अमन साव से हो गया था। अमन साव को भी पाकुड़ जेल से गिरिडीह केन्द्रीय जेल शिफ्ट किया गया था। लेकिन जेल में ऐशो-आराम की चाह रखने वाले इस अमन साव को जब गिरिडीह जेल में कोई सुविधा नहीं मिली, तो अमन साव को सुविधा नहीं दिए जाने से नाराज आशीष साह ने जेल के भीतर किसी के माध्यम से जेल अधीक्षक और जेलर को संदेश भिजवाया, कि अगर अमन साव को जल्द सुविधा नहीं मिलता है तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने होगें। फिलहाल सवा महीनें पहले जेल अधीक्षक से दो करोड़ की मांगी गई रंगदारी के बाद ताराटांड के इस कुख्यात अपराधी को खंूटी जेल शिफ्ट कर दिया गया।

Please follow and like us:
Show Buttons
Hide Buttons