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कबरीबाद खदान को सीटीओ दिलाने के लिए सत्तारुढ़ दल के विधायक ने शुरु किया प्रयास

  • महाप्रबंधक के साथ सदर और गांडेय विधायकों ने की बैठक, कई मुद्दों पर हुई चर्चा
  • बंद पड़े ओपेनकाॅस्ट कोयला खदान के चालू होने की संभावना बढ़ी
  • सोमवार को मिल सकता है सीटीओ
  • दोनों खदानों में कर्मियों के मिलीभगत से कोयला चोरी ने उत्पादन को किया प्रभावित: जीएम


गिरिडीह। कोल इंडिया लिमिटेड के अधीन गिरिडीह के बंद पड़े ओपेनकाॅस्ट और कबरीबाद कोयला खदान को लेकर शुक्रवार को जीएम कार्यालय में बैठक हुई। एरिया बोर्ड के महाप्रबंधक मनोज अग्रवाल के साथ सदर विधायक सुदिव्य कुमार सोनू और गांडेय विधायक डाॅ सरफराज अहमद के अलावे परियोजना पदाधिकारी विनोद कुमार भी मौजूद थे। करीब एक घंटे तक चले बैठक में कई मु्द्दों पर चर्चा की गई।

सीसीएल के प्रबंधकीय कौशल की कमी के कारण उत्पादन कम: विधायक


बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान सदर विधायक सोनू ने दोनों खदानों के लंबित पड़े सीटीओ की लापरवाही सीसीएल के प्रबंधकीय कौशल की कमी होना बताते हुए कहा कि सीसीएल की लापरवाही के कारण तमाम प्रयासों के बाद भी उत्पादन कम होने का नाम नहीं ले रहा। विधायक ने यह भी कहा कि दोनों खदानों में आउटसोर्सिंग व्यवस्था को बंद कराना जरुरी है। जिससे स्थानीय स्तर पर लोगों को रोजगार मिल सकें और सीसीएल को फायदा हो, क्योंकि आउटसोर्सिंग व्यवस्था इन समस्याओं का समाधान नहीं है। विधायक सोनू ने यह भी कहा कि गिरिडीह परियोजना के सीएसआर फंड को लेकर अब डीसी स्तर पर पत्राचार किया जाएगा और सीएसआर का फंड स्थानीय प्रशासन को उपलब्ध कराने की पहल होगी। जिससे फंड का सदुपयोग जनहित में हो सकें।

किसी सूरत में बंद नहीं होंगे दोनो खदान

इधर बातचीत के दौरान महाप्रबंधक मनोज अग्रवाल ने कहा कि दोनों खदानों को किसी सूरत में बंद नहीं किया जाएगा। उत्पादन की कमी के कारण कुछ घाटा जरुर है। इसके बाद भी दोनों खदानों से कोल इंडिया को बड़े पैमाने पर इंकम हो रही है। हालांकि बातचीत के क्रम में महाप्रबंधक ने भी माना कि दोनों खदानों से बड़े पैमाने पर कोयले की चोरी हो रही है। उत्पादन में घाटे का एक बड़ा कारण भी कोयला चोरी निकल कर आ रहा है। ऐसे में हर हाल में दोनों खदानों से हर हाल में कोयला चोरी को रोकना बेहद जरुरी हो गया है और इसमें स्थानीय प्रशासन का सहयोग जरूरी है। महाप्रबंधक ने यह भी माना कि दोनों खदानों में लीगल उत्पादन के साथ अवैध उत्खन्न जारी है। ऐसे में यह भी कहा जाएं कि चोरी कराने में सीसीएल कर्मियों की संलिप्ता है तो इसमें कोई हैरानी वाली बात नहीं होगी। क्योंकि दोनों खदानों में कई सालों से कई कर्मी मठाधीश बने बैठे है। ऐसे कर्मियों को अब चिन्हित कर हटाएं बगैर कोयले की चोरी रोकना संभव नहीं है।

वैसे बातचीत के दौरान महाप्रबंधक ने कहा कि उत्पादन बढ़ाने के लिए अब गिरिडीह के दोनों खदानों को कई खदानों से बड़ी-बड़ी मशीनें उपलब्ध कराया जाएगा। इधर बैठक में पहले ओपेनकाॅस्ट खदान को हर हाल में सोमवार तक सीटीओ कंस्र्ट टू आॅपरेट उपलब्ध कराने की बात कही गई। इसके लिए मौके पर ही स्थानीय सदर विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने राज्य स्तर पर पर्यावरण मंत्रालय के अधिकारी से बात कर सोमवार तक सीटीओ दिलाने की मंजूरी भी दिलाया। हालांकि बैठक में सीसीएल के बंद पड़े कबरीबाद खदान को लेकर भी चर्चा किया गया।
महाप्रबंधक अग्रवाल ने बताया कि कबरीबाद खदान के सीटीओ का मामला केन्द्रीय स्तर पर लंबित है। सीटीओ की स्वीकृति के लिए कई स्तर पर अब तक प्रयास किया गया है। जीएम के द्वारा बताएं गए समस्या के बाद दोनों विधायकों ने कहा कि कबरीबाद खदान को लेकर दिल्ली में संबधित विभाग के अधिकारियों से मिलकर सीटीओ दिलाने का प्रयास किया जाएगा।
बैठक में झामुमो अध्यक्ष संजय सिंह, कोलियरी मजदूर यूनियन के नेता तेजलाल मंडल, एनपी सिंह बुल्लु, झामुमो नेता शोभा यादव, दिलीप मंडल और मुखिया हरगौरी साव समेत कई मौजूद थे।

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