पेट्रोलियम पदार्थो की बढ़ती कीमतों के खिलाफ माले ने फूंका प्रधानमंत्री का पुतला
- कहा, सरकार की महंगाई की मार से त्रस्त है जनता
- निजी कंपनियां जनता का कर रही है खुले आम दोहन
गिरिडीह। लॉकडाउन के कारण पहले से ही परेशान देश की जनता पर मोदी सरकार बहुत ही क्रूर तरीके से महंगाई की मार झेलने को मजबूर कर रही है। रसोई गैस तथा डीजल व पेट्रोल की मूल्य वृद्धि आम जनता की सहनशक्ति से बाहर हो चुकी है। सरकार तुरंत कंपनियों से मूल्य वृद्धि वापस करवाए तथा पेट्रोलियम तथा गैस सिलेंडर जैसी अनिवार्य चीजों पर अपना पूरा कंट्रोल कायम करे। उक्त बातें सोमवार को झंडा मैदान में मूल्य वृद्धि के खिलाफ प्रधानमंत्री मोदी का पुतला दहन कार्यक्रम के दौरान भाकपा माले के नेताओं ने कहा।
पार्टी के राज्य कमेटी सदस्य राजेश कुमार यादव, गिरिडीह विधानसभा प्रभारी राजेश कुमार सिन्हा, ऐपवा नेत्री प्रीति भास्कर सहित अन्य नेताओं ने कहा कि, मोदी सरकार के शासन में लगातार डीजल, पेट्रोल और रसोई गैस की कीमतों में बढ़ोतरी हो रही है। कंपनियों को देश की जनता का दोहन करने के लिए खुला छोड़ दिया गया है। सरकार यह भूल गई है की बढ़ती महंगाई से निजात पाने के नाम पर ही मोदी सरकार को चुना गया था। लेकिन अच्छे दिन का झांसा देने वाली केंद्र की मोदी सरकार सरकार अब देश की जनता के लिए बुरे सपने की तरह हो गई है।
मौके पर माले के निशांत भास्कर, संजय यादव, कामेश्वर कुमार, मोहम्मद राजू, मोहम्मद हसनैन रजा, सनातन साहू, सोनू रवानी, सूरज स्वर्णकार, राजू सिंह आदि शामिल थे।