हड़ताल के दूसरे दिन भी बैंकों में लटके रहे ताले, एटीएम सेवा रही बाधित
150 करोड़ का कारोबार हुआ प्रभावित
कोडरमा। सरकारी बैंकों के निजीकरण के प्रस्ताव के खिलाफ नौ बैंक यूनियनों का संयुक्त मंच यूनाइटेड फोरम आॅफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर 15 व 16 मार्च को दो दिवसीय हड़ताल के दूसरे दिन भी मंगलवार को जिले के सभी बैंकों मंे ताला लटका रहा। बंद के समर्थन में यूएफबीयू के बैनर तले बैंक कर्मचारियों व अधिकारियों ने आज भी जुलूस निकालकर निजीकरण का किया विरोध। बीओआई झुमरीतिलैया शाखा के समक्ष धरना पर बैठे और सरकार विरोधी नारे लगाते रहे। कर्मचारियों को संबोधित करते हुए यूनियन के नेताओं ने कहा कि जिला में 50 बैंकों के लगभग 500 कर्मी दोनों दिन हड़ताल में शामिल रहे। जनता का पैसा सुरक्षित सिर्फ सरकारी बैंक में रह सकता है। निजीकरण से बेरोजगारी और बढ़ेगी।
सरकारी बैंक नही हुआ दिवालिया
बताया कि 1983 के बाद 600 प्राइवेट बैंक डूब चुके है, लेकिन एक भी सरकारी बैंक दिवालिया नहीं हुआ। सरकार अगर बैंकों का निजीकरण पर रोक नही लगाती है तो विरोध की आवाज और तेज होगी। कई प्रतिरोध कार्यक्रमों का सिलसिला शरू होगा। किसानों की भांति बैंक कर्मी भी तब तक लड़ेंगे जब तक निजीकरण का प्रस्ताव वापस नहीं लिया जाता है। आंदोलन के दूसरे दिन भी सीटू नेता संजय पासवान और कर्मचारी नेता दिनेश रविदास हड़ताल के समर्थन में धरना मे शामिल रहे।
धरना में थे शामिल
धरना प्रदर्शन में अधिकारी संघ के बीजू राम, बेफी के शिवशंकर वर्णवाल, चंचला कुमारी, अरुण कुमार राम, सन्नी कुमार, अजीत कुमार, राज भगत, नवीन पटनायक, मीरा कुमारी, सुष्मिता सिंह, नेहा कुमारी, युवराज कुमार, विवेक कुमार, प्रशांत कुमार, विकास चैधरी, रोहित कुमार, वेदप्रकाश सिंह, ऊंकार कुमार, सौरभ तर्वे, बिनोद कुमार रजक, किशोर कुणाल, राजेश कुमार पासवान परिमल प्रत्युष, जगदीश दास, मनोज दास, रवि कुमार, नीलकमल बाल्मिकी, शिवकुमार पासवान, मनीष कुमार, शम्भु कुमार दास, नृपेंद्र कुमार सिंह, प्रेरणा प्रियदर्शनी, अजय राणा, मानस रंजन सिंह, संतोष कुमार आनंद, डालेश्वर राम, राजू कुमार सिंह, अर्जुन कुमार, जगरननाथ दास, संतोष पासवान, महेश कुमार दास सहित दर्जनों बैंक कर्मचारी और अधिकारी शामिल थे।
एटीएम सेवा रही बाधित, भटकते रहे ग्राहक
बैंक हड़ताल के कारण जिले में सभी एटीएम खाली पड़ा रहा। लोग पैसे की निकासी के लिए भटकते नजर आ रहे थे। जिसका असर साफ तौर पर बाजार में दिखने को भी मिला।