LatestNewsकोडरमागिरिडीहझारखण्डराँची

बगोदर के संतरुपी गांव से अपहरण किए गए जमीन कारोबारी का दुसरे दिन बुधवार को भी कोई सुराग नहीं

अपहरण की घटना को लेकर पुलिस पदाधिकारी कुछ बताने को तैयार नहीं

बढ़ती घटनाओं ने गिरिडीह पुलिस की सुस्ती पर उठाएं सवाल

गिरिडीहः
गिरिडीह के बगोदर थाना के संतरुपी गांव से अपहरण किए गए हजारीबाग के जमीन कारोबारी श्मसेर आलम का दुसरे दिन बुधवार को भी कोई सुराग पुलिस को हाथ नहीं लगा। और ना ही अपहरण के इस मामले में फिलहाल कोई कुछ बोलने को तैयार है। तो बढ़ते अपराधिक घटनाओं को लेकर पुलिस की सुस्ती पर सवाल उठ रहे है तो स्थानीय जनप्रतिनिधी पर लोगों का गुस्सा पनप रहा है। यह अलग बात है कि बढ़ते घटना को लेकर फिलहाल लोगों के बीच सिर्फ चर्चा ही हो रही है। क्योंकि 18 नवंबर को शहर में डकैती के छह दिन बाद मंगलवार की शाम काफी व्यस्त रुट जीटी रोड से पिस्तौल के बल पर जमीन कारोबारी का अपहरण हो जाना। लिहाजा, इन घटनाआंे ने लोगों के चिंता को बढ़ा दिया है। वैसे अपहरण की यह घटना पूरी तरह से फिल्मी स्टाईल में अपराधियों ने अंजाम दिया। घटना के वक्त संतरुपी गांव में जीटी रोड के किनारे लोग भी खड़े थे। वारदात स्थल में लगे सीसीटीवी कैमरे से फिलहाल यही स्पस्ट हो पाया है कि एक बोलेरो और एक अपाची बाईक में आएं पांच अपराधियों ने जमीन कारोबारी श्मसेर आलम को संतरुपी गांव से अपने वाहन में पिस्तौल के बल पर भयभीत किया। और अपहरण कर बरही तरफ ले गए। इस दौरान एक अपराधी ने घटनास्थल में एक रांउड गोली भी फायरिंग किया। लेकिन अपहरण करने के दौरान अपराधियों ने जमीन कारोबारी को लेकर वहां मौजूद लोगों से सिर्फ इतना कहा कि यह किडनी का कारोबार करता है। इसलिए पूछताछ के लिए लेकर जा रहे है। और इसके बाद अपराधी श्मसेर आलम को अपने वाहन में बिठाकर ले गए।


इधर मंगलवार की शाम को हुए बगोदर के संतरुपी गांव से जमीन कारोबारी श्मसेर आलम के अपहरण की घटना के दुसरे दिन बुधवार को कोई पुलिस पदाधिकारी कुछ बताने को तैयार नहीं दिखे। जबकि एसडीपीओ नौशाद आलम और बगोदर थाना पुलिस को फोन किए जाने के बाद उनके द्वारा काॅल रिसीव नहीं हुआ। जबकि पुलिस सूत्रों की मानें तो जमीन कारोबारी अपहरण मामले में वरीय अधिकारियों के निर्देश पर एक साथ पांर्च टीम मंगलवार रात से ही लगातार सर्च आॅपरेशन चला रही है। तो अब तक आधा दर्जन लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लेने की बात कही जा रही है। पुलिस सूत्रों की मानें तो अभी तक परिजनों को फिरौती या कारोबारी के अपहरण को लेकर कोई काॅल नहीं आया है। लेकिन पुलिस पुलिस मामले की जांच अपहरण के एंगल से ही कर रही है।

Please follow and like us:
Show Buttons
Hide Buttons