अर्धनिर्मित मंदिर को वन विभाग के द्वारा तोड़े जाने पर लोगों ने की बैठक
- विरोध जताते हुए मंदिर निर्माण को लेकर 28 दिसंबर को करेंगे बैठक
- वन भूमि पर हो रहे अवैध कार्यों के लिए विभाग के अधिकारियों को ठहराया जिम्मेवार
गिरिडीह। तिसरी प्रखंड के थम्बाचक रोड के बगल में अर्धनिर्मित मंदिर को वन विभाग के द्वारा बीते दिनों तोड़ने से तिसरी प्रखंड के पूरी जनता जन आक्रोश में है। इसी मामले को लेकर आज सैकड़ों ग्रामीण एवं कई राजनीतिक दल एकजुट होकर थंबाचक में बैठक की। बैठक की अध्यक्षता मनोज यादव व संचालन रिंकू बरनवाल ने किया। बैठक के दौरान कई समाजसेवी, राजनीतिक दल, विश्व हिंदू परिषद दल अपनी अपनी बात को रखा।
जेएमएम के प्रखंड अध्यक्ष रिंकू बरनवाल ने कहा की वनविभाग के कर्मियों ने हिंदुओ के आस्था के साथ खिलवाड़ की है। बिना सूचना व नोटिस कर जेसीबी से बजरंग बली मंदिर को ध्वस्त कर निंदनीय कार्य की है। बैठक में निर्णय लिया गया कि बजरंगबली मंदिर का निर्माण थम्बाचक में किया जाएगा। 15 पंचायत के ग्रामीण 28 दिसंबर को गांधी मैदान में एकजुट होगे। डीएफओ और रेंजर के विरोध में एक रैली निकाली जाएगी। उसके बाद एक कमिटी गठन कर मंदिर का निर्माण किया जाएगा।
भाजपा नेता मनोज यादव ने कहा कि असुरहड्डी में कितने सालों से अवैध बेरल पत्थर का उत्खनन का काम हो रहा है जो सरयू सिंह ओर रेंजर अनिल कुमार के मिली भगत से किया जा रहा है। वर्षों से काम चल रहा है कि ऐसे लोगों पर कार्रवाई नही कर हिंदुत्व के मंदिर तोड़ के भावनाओं व आस्था से खिलवाड़ करते है। वन विभाग के द्वारा कई जगह पर वन विभाग की जमीन लगातार बिक्री किया जा रहा है। जिसे अब बर्दास्त नहीं किया जाएगा। कहा कि तिसरी गांवा में वन विभाग की जमीन व जंगलों में कई अवैध कारोबार रेंजर अनिल राम के सह पर फल फूल रहा है। बैठक में प्रखंड के सभी ग्रामीणो ने एक स्वर में कहा मंदिर वही बनाएंगे जहां पर बजरंगबली मंदिर को ध्वस्त की गई।
बैठक में तिसरी मुखिया प्रतिनिधि इंब्राहिम मियां, नारायण यादव, सत्य नारायण यादव, कालेश्वर सिंह, मोहन बरनवाल, नरेश यादव, सुनील शाव, रामचन्द यादव, प्रेम अग्रवाल, हरीश साह संतोष सिंह, अजय यादव, बिजय यादव, विपिन सिंह,लक्ष्मण मोदी, कपिल यादव, बीरेंद्र बरनवाल आदि कई लोग उपस्थित थे।