गिरिडीह में जलसहियाओं ने की प्रदर्शन, लेकिन बगैर माॅस्क के
कर्मचारी नेता खुद भी दिखें लापरवाह, कोविद-19 के नियमों का दिखा जबदरस्त उल्लंघन
समाहरणालय में बैठी धरने पर तो एक-दुसरे के करीब
मांगो के समर्थन में हेंमत सरकार के खिलाफ की प्रदर्शन
गिरिडीहः
पांच सूत्री मांगो के समर्थन में शुक्रवार को गिरिडीह की जलसहियाओं ने शहर भर में प्रदर्शन की। प्रदर्शन की अगुवाई कर्मचारी नेता अशोक सिंह कर रहे थे। प्रदर्शन में जलसहिया संघ की अध्यक्ष दिव्या देवी, जिला मंत्री सरिता देवी समेत काफी संख्या में जलसहिया शामिल हुई। झंडा मैदान से निकल जलसहियाएं इस दौरान टावर चाौक होते हुए समाहरणालय के समीप पहुंची। लेकिन जलसहियाओं के पहुंचने से पहले ही समाहरणालय का गेट बंद कर दिया गया। गेट बंद किए जाने से ही जलसहियाएं काफी नाराज हुई। और प्रशासन और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। हालांकि कोरोना काल में हुए जलसहियाओं के इस प्रदर्शन में कोरोना को लेकर लापरवाही भी रहा। ना तो किसी कर्मचारी नेता ने ही मुंह में माॅस्क लगा रखा था। और ना ही किसी जलसहिया ने ही माॅस्क लगाई हुई थी। बगैर माॅस्क के ही जलसहियाएं समाहरणालय गेट के समीप एक-दुसरे के करीब रहकर धरना पर बैठ गई। आधा घंटे तक चले प्रदर्शन के दौरान कोरोना का कोई खौफ कर्मचारी नेताओं से लेकर जलसहियाओं में देखने को नहीं मिला। और ना ही कर्मचारी नेताओं ने धरने पर बैठी जलसहियाओं को कोरोना को देखते हुए दूर-दूर बैठने का ही सुझाव दिया। इस दौरान मुख्यमंत्री के नाम जलसहिया संघ से जुड़े मांग पत्र इस बीच समाहरणालय के अधिकारी को सौंपा गया। जबकि धरने पर बैठी जलसहियाओं के बीच कर्मचारी नेताओं ने कहा कि पूर्व में सरकार द्वारा तय मानदेय हर माह एक हजार का भुगतान जलसहियाओं को वक्त पर होना चाहिए। जिसे सरकार ने खुद तय कर रखा था। लंबे अवधि से जलसहियाओं के पोशाक की आपूर्ति नहीं की गई। सरकार इस पर विचार करें। और जलसहियाओं को उनके पोशाक उपलब्ध कराएं। अधिकारी को सौंपे गए मांग पत्र में जलसहियाओं के कई और मांगे शामिल थी।