मानव तस्करी के लिए सूरत ले जा रहे पांच बच्चों को गिरिडीह के ताराटांड थाना पुलिस ने किया सुरक्षित बरामद
दो बच्चे जमुई के तो तीन गिरिडीह के अलग-अलग इलाके से
गिरिडीहः
गुजरात के सूरत ले जा रहे पांच बच्चों को गिरिडीह के ताराटांड थाना पुलिस ने शुक्रवार को तस्करों से मुक्त कराया। पुलिस ने इस दौरान पांच बच्चों को मुक्त कराने के साथ तीन तस्करों को भी गिरफ्तार करने में सफलता पाया। फिलहाल मामला मानव तस्करी का सामने आ रहा है। तो मामले की जांच में महिला थाना पुलिस और गिरिडीह बाल संरक्षण समिति संयुक्त रुप से जुटी हुई है। इस दौरान बाल संरक्षण समिति की प्रभारी पदाधिकारी अलका हेम्ब्रम ने पांचो बच्चों के परिजनों को जानकारी दी। तो परिजन भी समाज कल्याण विभाग पहुंचे। जबकि महिला थाना प्रभारी मनीता कुमारी ने मानव तस्करी के आरोप में गिरफ्तार में तीनों आरोपियों बबलू सोरेन, दिनेश मंडल और मुन्ना मंडल से भी पूछताछ की। पूछताछ के दौरान तीनों आरोपियों ने कबूला भी है कि वे तीनों पांचो बच्चों को गिरिडीह के ताराटांड से सूरत ले जा रहे थे।
गिरफ्तार तीनों आरोपी बिहार के जमुई जिले के अलग-अलग इलाके से है। जिसमें चकाई निवासी बबलू सोरेन, चकाई के बिल्ली गांव दिनेश मंडल और गादी निवासी मुन्ना मंडल है। इधर समाज कल्याण पदाधिकारी अलका हेम्ब्रम ने जानकारी दिया कि पांचो बच्चों को सुरक्षित कर लिया गया है। और इनके परिजनों को बुलाकर अब बच्चों को सौंपने की प्रकिया पूरा किया जा रहा है। समाज कल्याण पदाधिकारी अलका के अनुसार मानव तस्करों से मुक्त कराएं गए बच्चों में गिरिडीह के तिसरी के लोकायनयनपुर गांव निवासी मुन्ना कुमार और पंकज कुमार के अलावे देवरी के भेलवाघाटी निवासी पप्पू कुमार समेत बिहार के जमुई निवासी संतोष कुमार और संतोष मुर्मु शामिल है। वैसे तो ताराटांड थाना पुलिस की यह कार्रवाई गुरुवार की देर रात को ही हुआ था। लेकिन मामले का खुलासा शुक्रवार की शाम को उस वक्त हुआ। जब तीनों तस्कर इन बच्चों को एक टाटा मैजिक से लेकर ताराटांड से धनबाद रेलवे स्टेशन जा रहे थे। जहां से गुजरात के सूरत का ट्रैन में इन बच्चों को बिठाकर सूरत पहुंचाना था। इसी दौरान ताराटांड थाना पुलिस को गुप्त सूचना मिलने के बाद पुलिस ने कार्रवाई किया। और पांचो बच्चों को मुक्त कराने के साथ तीनों तस्करों को गिरफ्तार कर लिया।