किसान आंदोलन को समर्पित होगा शहीद काॅ. महेन्द्र सिंह का शहादत दिवस
आंदोलन के समर्थन में बनाया जाएगा सौ किमी मानव श्रृंखला: विनोद सिंह
गिरिडीह। शहीद काॅ महेन्द्र सिंह के शहादत दिवस को गिरिडीह भाकपा माले ने किसान आंदोलन को समर्पित करने का निर्णय लिया है। शहादत दिवस की जानकारी बगोदर के माले विधायक विनोद सिंह और बिहार के घोसी विस के विधायक रामबलिश यादव ने शुक्रवार को परिसदन भवन में आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान बताया। उन्होंने कहा कि दिवगंत विधायक महेन्द्र सिंह को लोग आज भी आंदोलन के रुप में ही जानते है। किसानों के अधिकार के लिए दिवगंत विधायक ने सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष किया। ऐसे में शनिवार को बगोदर में होने वाले शहादत दिवस के पूरे स्वरुप को बदला गया है। सौ किमी मानव श्रृंखला किसान आंदोलन को ही समर्पित रहेगा। मानव श्रृखंला में कोडरमा समेत पूरे गिरिडीह के लाल झंडे के समर्थक शामिल होगें।
विधायक विनोद सिंह ने दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन के मुद्दे पर केन्द्र के मोदी सरकार की नाकामी बताते हुए कहा कि अगर ठंड में किसानों की मौत हो रही है और बच्चों के साथ महिलाएं परेशानी में है, तो इसकी वजह सिर्फ मोदी सरकार ही है। केन्द्र में बैठी किसी सरकार से ऐसी हठधर्मिता की उम्मीद नहीं किया जा सकता था। क्योंकि कोरोना काल में संसद के सत्र में रेलवे के नीजिकरण की बात हुई। तो हर सेक्टर को नीजिकरण में बदलने का प्रयास किया गया। यहां तक कि कोरोना के दौर में गिरिडीह लौटे प्रवासियों के भरण-पोषण का सहारा कृषि ही था। तो मोदी सरकार ने कोरोना काल में ही तीनों कृषि बिलों को पास कराकर इसे भी पूंजीपतियों के हवाले कर दिया।
विधायक ने कहा कि किसान आंदोलन के रुप में मोदी सरकार की नाकामी का एक पहलू दिख रहा है। जबकि और पहलूओं पर गौर करें तो कोरोना काल को मोदी सरकार ने आपदा को अवसर में बदलने की बात कही थी। तो इसमें कोई शक नहीं कि पूरे कोरोना के दौर में आपदा के वक्त हर छोटे स्वास्थ संस्थानों ही गरीबों के लिए दरियादिली दिखाया था। इधर शनिवार को होने वाले शहादत दिवस की जानकारी देते हुए विधायक ने बताया कि भाकपा माले के बिहार से आठ विधायक मानव श्रृंखला में शामिल होगें। इस बीच प्रेसवार्ता में माले नेता राजेश यादव, राजेश सिन्हा, मो. नाौशाद अहमद चांद समेत कई मौजूद थे।