भटकी किशोरी के परिजनों को तिसरी चाइल्ड लाईन ने ढूढ निकाला
गिरिडीह। दो माह पूर्व देवरी पुलिस को भटकती हुई मिली किशोरी के माता पिता का पता तिसरी चाइल्ड लाईन के अथक प्रयास के बाद चल गया है। शनिवार को गिरिडीह सीडब्लूसी में किशोरी के परिजनों को बुलाकर सही सलामत किशोरी को सौंप दिया गया। अपनी पुत्री को वापस पाकर परिजन काफी खुश हुए। इस दौरान किशोरी पार्वती की माता सीमा देवी व पिता कारे लाल ने कहा कि वे पिछले दो माह से पुत्री के लिए काफी परेशान थे।
लखीसराय से भटक कर पहुंची थी देवरी
बताया गया कि बिहार के लखीसराय के चैकरमुसहरी गांव के भटक कर किशोरी पार्वती देवरी पहुंच गई थी। किशोरी पार्वती से काफी पूछताछ के बाद भी सही से अपना पता नही बता पा रही थी। जिसके बाद देवरी पुलिस ने उसे चाइल्ड लाइन तिसरी की टीम को सौंप दिया। टीम ने सीडब्लूसी गिरिडीह में किशोरी को शिफट कर उसके माता पिता की खोज में जूट गए। चाइल्ड लाइन तिसरी के गुंजा देवी, जयराम जी व अमर पाठक ने काफी प्रयास के बाद युवती के परिजनों का पता लगा लिया। उनलोगों ने किशोरी के माता पिता लखीसराय के चैकर मुसहरी गांव निवासी हरिजन कारे लाल से संपर्क कर उसकी पुत्री के संबंध में जानकारी ली। जिसके बाद उन्हें किशोरी के सामने लाया गया तो बेटी ने अपने माता पिता को पहचान लिया। माता पिता को देख भभक कर रो पड़ी। इसके बाद माता पिता व किशोरी के पहचान पत्र की पुष्टि करने के बाद उन्हें सौप दिया गया।
नानी घर के लिए निकली थी किशोरी
किशोरी के माँ सीमा देवी ने बताया कि तीन बेटी व दो पुत्र है। पति कारे लाल बीमार रहते है। जिसके कारण घर की माली हालत काफी खराब है। बेटी पार्वती नानी घर जाने के लिये घर से निकली थी। जब नानी घर नही पहुंचने की खबर आई तो उनलोगों ने काफी खोजबीन की लेकिन पता नही चल सका। पार्वती नानी घर जाने के दौरान भटक जाने के कारण देवरी पहुंच गई थी। बता दे कि तिसरी चाइल्ड लाइन टीम पहले भी भटके हुए बच्चों को माता पिता से मिलाने का कार्य की गई है।