मधुपुर विस उपचुनाव में झामुमो का कब्जा
झामुमो प्रत्याशी हफीजुल हसन ने भाजपा प्रत्याशी गंगा नारायण सिंह को 5292 वोटों से हराया
रांची। झारखंड के मधुपुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में हेमंत सरकार के मंत्री हफीजुल हसन ने जीत दर्ज की है। उन्होंने भाजपा प्रत्याशी गंगा नारायण सिंह को 5292 वोटों से हराया है।
24 राउंड चले मतगणना के बाद मंत्री हफीजुल हसन को चुनाव में कुल 110783 वोट मिले। जबकि बीजेपी के गंगा नारायण को 105491 वोट प्राप्त हुए। मतगणना के दौरान जहां पहले से पांचवे रांउड तक बीजेपी के गंगा नारायण ने लीड किया, वहीं छठे से चैदहवें राउंड तक हफीजुल ने लीड करते रहे। इसके बाद 21वें राउंड में जेएमएम प्रत्याशी आठ हजार वोट से आगे निकल गये। वहीं 24वें राउंड तक की काउंटिंग में जेएमएम प्रत्याशी हफीजुल हसन की जीत हुई। हालांकि तकनीकि समस्या के कारण बीच में दो घंटे काउंटिंग प्रभावित रही।
मतगणना के क्रम में एक दूसरे के आगे पिछे बने रहे
पहले राउंड से बीजेपी के गंगा नारायण आगे रहे. छठे राउंड तक आते आते वोटों के अंतर में बदलाव देखा गया। तब बीजेपी के गंगानारायण को कुल 30238 वोट मिले थे। वहीं जेएमएम के हफीजुल हसन को 34314 वोट मिले थे। इसके बाद सभी राउंड में हफीजुल हसन आगे बने रहे। पंद्रहवें राउंड में इसमें फिर से बदलाव देखा गया, जहां पंद्रहवें राउंड में बीजेपी के गंगा नारायण को 5355 वोट मिलने से कुल वोट 69058 हुए. वहीं हफीजुल हसन को 3923 वोट मिलने से कुल वोट 67295 हुए। 21वंे रांउड में दोनों प्रत्याशियों के बीच अंतर मात्र तीन हजार एक सौ 35 वोट का रहा। वहीं 22वंे राउंड से फिर से हफीजुल ने 7681 वोटों के साथ कुल एक लाख 3854 वोट हासिल करते हुए बढ़त हासिल की। इस राउंड में गंगा नारायण को एक लाख एक हजार 540 वोट मिले।
हाजी हुसैन के निधन के बाद खाली हुई थी मधुपुर सीट
हाजी हुसैन अंसारी की मौत साल 2020 में कोविड के कारण हुई थी। जिसके बाद मधुपुर सीट खाली हो गई थी। हेमंत सरकार ने स्व. हाजी हुसैन अंसारी के बेटे हफीजुल हसन को कुछ महीने पूर्व मंत्री पद की शपथ दिलायी थी। मंत्री हाजी हुसैन के मौत के बाद, उनके स्थान पर हफीजुल हसन को अल्पसंख्यक और खेल कूद पर्यटन विभाग के मंत्री बनाया गया। नियमानुसार, चुनाव पूर्व मंत्री बनाये जाने पर उक्त कैंडिडेट को विधानसभा में बहुमत साबित करते हुए सदस्यता दिलानी होती है। 17 अप्रैल को हुए मतदान के दौरान क्षेत्र में 71.60 फीसदी मत पड़े थे। लगभग तीन लाख 22 हजार मतदाताओं ने मतदान में हिस्सा लिया था।