बरगंडा चौक का नाम बदलने का हो रहे प्रयास का स्थानीय लोगों ने किया विरोध
- मैथिली समाज द्वारा लगाए गए बोर्ड को प्रशासन की उपस्थिति में हटाया
- स्थानीय लोगों ने बैठक कर बनाई कमिटी, सत्येन्द्र सिंह अध्यक्ष व कुंदन बने महासचिव
गिरिडीह। शहर के बरगंडा चौक सह दरबान चौक में मैथिली समाज के कुछ लोगों के द्वारा जबरन उक्त चौक का नाम बदलते हुए विद्यापति चौक रखने के मनसा से बरगंडा चौक में विद्यापति चौक संबंधित एक बोर्ड लगाया जा रहा था। जिसका सभी स्थानीय लोगों ने पुरजोर विरोध किया और प्रशासन से बोर्ड हटाने की मांग की। जिसके बाद प्रशासन की उपस्थिति में उक्त बोर्ड को हटाया गया एवं मामले को शांत किया गया। विदित हो कि उक्त चौक का नाम कई वर्षों से मैथिली समाज के लोगों द्वारा परिवर्तित करने का प्रयास किया जा रहा है। जबकि उक्त चौक पर मैथिली समाज के एक भी व्यक्ति नही रहते है। सभी भिन्न-भिन्न मोहल्ले से ताल्लुक रखते हैं।
रविवार को उक्त मामले को लेकर स्थानीय लोगों ने विश्वनाथ मंदिर के प्रांगण में एक बैठक की। बैठक के दौरान निर्णय लिया गया कि उक्त चौक का नाम काफी पहले से ही बरगंडा चौक अथवा दरबान चौक के नाम से जाना जाता है। इसका नाम बदलना कहीं से भी उचित नहीं है और सभी बैठक में यह निर्णय लिए बरगंडा निवासी बरगंडा चौक का नामकरण बदलने को लेकर पुरजोर विरोध करेगे और नगर निगम व जिला प्रशासन से कानून सम्मत कार्यवाही की मांग करेंगे।
बैठक में सर्वसम्मति से एक कमिटी का गठन किया गया। जिसके अध्यक्ष सत्येंद्र सिंह, महासचिव कुंदन केसरी, सचिव कविराज, उपाध्यक्ष रोहित सिंह राजपूत, नंदन दारूका व सुनील साहब, सह सचिव अमित अग्रवाल व प्रभु मंडल के अलावे कार्यकारिणी समिति में रविराज, नीतीश कुमार, सुरेंद्र सिंह, उमेश सिंह, विकास गुप्ता, मुकेश कुमार, कुणाल गुप्ता, सदानंद साहू, गुड्डू बरनवाल सहित कई लोगों को शामिल किया गया। बैठक में सर्वसम्मति से अधिवक्ता चंदन सिन्हा को विधिक सलाहकार बनाया गया।