जानलेवा महामारी कोरोना के बीच भी अप्रेल से लेकर जून तक गूजेंगी गिरिडीह में शादियों की शहनाई
पहले से बुक किए गए धर्मशालाओं में अब तक किसी में भी रद्द करने का नहीं कोई सूचना
लाॅकडाउन की पांबदियों से शादी समारोह को दूर रख सरकार ने दिया राहत
बगैर किसी अनुमति के लोग गाईड लाईन के तहत कर सकते है शादिया
मनोज कुमार पिंटूः गिरिडीहः
जानलेवा महामारी कोरोना के संक्रमण का चैन तोड़ने के लिए राज्य सरकार ने लाॅकडाउन का स्वरुप तय किया। और कई पांबदियों के साथ स्वास्थ सुरक्षा सप्ताह कार्यक्रम शुरु किया। लेकिन पांबदियो से शादी समारोह को दूर रखा। कोरोना का संक्रमण उफान पर है तो विवाह के लगन भी उफान पर ही है। स्थिति यह है कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच भी गिरिडीह में शादीयां हो रही है। तो इन शादियों के कारण राहत इस बात को लेकर भी है कि बैंड पार्टी, कैटरर, डेकोरेशन और सांउड सिस्टम से जुड़े कारोबारियों के समक्ष कोई परेशानी नहीं हो रही। यही नही जिन लोगों ने वैवाहिक समारोह के लिए पूर्व से धर्मशाला बुक कर रखा था। वैसे लोग अब भी बुकिंग वाले तिथि पर ही अपने बेटे-बेटियों की शादी करने का प्रयास कर रहे है। क्योंकि शादी समारोह के लिए किसी अधिकारी के अनुमति की जरुरत नहीं। इस दौरान डीसी राहुल सिन्हा ने स्पस्ट कहा कि सरकार के गाईड लाईन के अनुसार शादियों के लिए किसी अनुमति की जरुरत नहीं है। सिर्फ जो गाईड लाईन तय है। उसी के अनुसार शादीयां करनी है। तो सरकार के इस फैसले ने भी लोगों को एक बड़ा राहत दिया है।
वैसे सरकार द्वारा शादी समारोह के लिए सिर्फ 25 प्रतिशत लोगों की मौजूदगी पहले से तय कर रखा था। जो नए प्रावधानों में भी तय है। लिहाजा, शहर के जिन धर्मशाला की बुकिंग पहले की गई थी। लोग उसी तिथि में शादियां भी कर रहे है। यही नही कैटरर, डेकोरेशन और बैंड पार्टी वाले भी खुश है कि उनके रोजगार पर कोई आफत नहीं आया है। इस दौरान न्यूज विंग ने गुरुवार को शहर के कई धर्मशाला प्रबंधकों से जानने का प्रयास किया। तो मोदी धर्मशाला के प्रबंधक ने भी बताया कि जितनी तारीखों के लिए धर्मशाला बुक किया गया है। उस तिथि में भी अब भी धर्मशाला आरक्षित है। यही बात बरनवाल धर्मशाला, जैन धर्मशाला, गोयनका धर्मशाला, राजगढ़िया धर्मशााला, श्रीराम भवन, जालान धर्मशाला, सिहोडीह स्थित सेलेब्रेशन समेत कई धर्मशाला और बैंक्वेट हाॅल के प्रबंधकों ने कहा कि अप्रेल में ही करीब आठ से 10 बुंकिग है। फिलहाल किसी भी तिथि की शादी के लिए किसी भी बुंकिग कराने वालों द्वारा धर्मशाला रद्द नहीं किया गया है। हालांकि बरनवाल धर्मशाला और श्रीराम भवन में कुछ तिथियों के आरक्षण को कुछ और कारणों से रद्द किए जाने की बात सामने आई है।
जबकि मई में भी 11 से अधिक लगन है। तो जून में करीब दर्जन भर लगन है। इन तीनों महीनों के लगन के लिए करीब जनवरी माह से धर्मशालाएं आरक्षित है। इधर शहर के कर्बला रोड निवासी पुजारी संजय पांडेय ने बताया कि कोरोना के हालात भयावह रहते हुए भी लोग विवाह कर रह है। यह आश्चर्य की बात है। पुजारी संजय पांडेय के अनुसार अप्रेल में 22 अप्रेल से लगातार 30 अप्रेल तक विवाह के शुभ मुर्हुुत है। इनमें 22 और 25 अप्रेल को विवाह के कई अभिजीत मुर्हुत है। तो मई में भी 1 मई से लेकर 10 मई तक विवाह के कई लगन बेहद खास है। जबकि जून माह में शादियों के कुल 14 शुभ मुर्हुत है।