एसडीएम ने डुमरी में संचालित अवैध क्लीनिक और दवा दुकान को किया सील
- आयुर्वेदिक चिकित्सक चला रहे थे क्लिनिक, औषधी निरीक्षक और वरीय पदाधिकारी आते थे मिलने
गिरिडीह। जिले के डुमरी थाना क्षेत्र के ससारखो और नईटांड़ में संचालित अवैध क्लीनिक और दवा दुकान में एसडीएम प्रेमलता मुर्मु ने शनिवार की शाम छापेमारी कर दोनों को सील कर दिया। एसडीएम ने छापेमारी के क्रम में ससारखो के तेलखारा में संचालित क्लीनिक में पहुंची तो देखा कि क्लीनिक के चिकित्सक डा. बीके प्रसाद अपना बोर्ड एमबीबीएस का लगाएं हुए है। लेकिन वो खुद एक आयुर्वेदिक चिकित्सक है और मरीजों का इलाज एलोपैथिक पद्वति से कर रहे है। हालांकि चिकित्सक डा. प्रसाद ने दावा किया, तो एसडीएम ने उनकी डिग्री मांगी और डिग्री भी आयुर्वेदिक चिकित्सक का ही था। इतना ही नही डॉ. बीके प्रसाद अपने क्लीनिक में एक दवा दुकान भी संचालित कर रहे थे। जिसे देखते हुए एसडीएम भड़क गई और क्लीनिक के साथ साथ दवा दुकान को सील कर दिया गया।
बताया जाता है कि छापेमारी के क्रम में एसडीएम को यह भी जानकारी मिली कि गिरिडीह के औषधी निरीक्षक और उनके वरीय पदाधिकारी हर महीनें रांची से डुमरी के इस क्लीनिक में चिकित्सक से मिलने आते थे, लेकिन किन कारणों से मिलने पहुंचते थे। यह एसडीएम ने बताने से इंकार कर दिया।
एसडीएम की दुसरी कार्रवाई डुमरी के एक दवा दुकान में हुई। जहां पिछले कई सालों से बगैर फार्मास्टि के लाईसेंस के ही दवा दुकान का संचालन किया जा रहा था। यहीं नही औषधी विभाग से इस दवा दुकान को लाईसेंस तक निर्गत नहीं था और बगैर लाईसेंस के ही पिछले कई सालों से दवा दुकान का संचालन किया जा रहा था। छापेमारी और जांच के क्रम में दुकान के कांउटर में अधिकांश दवाएं एक्सपायरी ही पाई गई। ओम ड्रग मेडिकल के नाम से संचालित दवा दुकानदार श्याम वर्मा अवैध तरीके से दवा की दुकान का संचालन कर रहे थे। एसडीएम के निर्देश पर इस दवा दुकान को भी सील कर दिया गया। छापेमारी के क्रम में डुमरी रेफरल अस्पताल के चिकित्सक डा. राजेश कुमार और थाना प्रभारी पवन कुमार समेत पुलिस जवान मौजूद थे।