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तिसरी जमीन म्युटेशन को लेकर लोगों को लगाने पड़ रहे अंचल कार्यालय के चक्कर

  • कर्मचारी नरेश सिन्हा पर लोगों ने पैसे मांगने का लगाया आरोन
  • कर्मचारी ने आरोपों को बताया बेबूनियाद

गिरिडीह। तिसरी प्रखंड मुख्यालय में अंचल विभाग में जमीन म्युटेशन के नाम पर मोटी रकम किसानों व गरीब लोगों से लेने के बाद भी महीनों दिनों से अंचल बबुआ का चक्कर लगा रहे है। एक कहावत है जितना का नुनुआ नही उतनी का छुंछुना का चरितार्थ साबित हो रहा है। जमीन मोटेशन के लिये जितनी रकम सबंधित कर्मचारी को दी जाती है उससे अधिक बबुआ से मोटेशन कराने में खर्च हो जाता है। मानसिक तनाव व समय बर्बाद अलग लगता है। पैसा देने व मांग के बाद भी जमीन म्युटेशन नही होने पर भण्डारी गांव के आक्रोशित लाभुकों ने जो कहा वह काफी रोचक है।

बता दंे कि भंडारी पंचायत के कटहरा टांड टोला के गरीब एवं बुजुर्ग व्यक्ति रामलाल ने बताया कि कर्मचारी सह सीआई नरेश सिन्हा ने जमीन म्युटेशन के लिए दस हजार रुपए की मांग किया गया। रामलाल ने कहा लगातार में पांच महीनों से लगातार कर्मचारी नरेश सिन्हा के पास जा रहा हूं। लेकिन कुछ न कुछ बहाना बनाकर वापस घर भेज देते है। ऐसे ही दूसरा मामला काटी यादव का है जो एक साल पूर्व दिया गया रैयती जमीन का म्युटेशन रद्द कर दिया गया है जिसका खाता नंबर 30, प्लॉट नंबर 405, रकवा 16 डिसमिल है। काटी यादव ने कहा की कर्मचारी नरेश सिन्हा मेरे घर आकर जमीन का जांच पड़ताल भी किया। इसके बाद मेरे घर आकर सीओ एवं उच्च पदाधिकारी के नाम पर 6 हजार रुपए लिया और बोले काम आपका हो जायेगा, लेकिन एक साल हो रहा है अभी तक म्युटेशन नही किया गया। इसी तरह भंडारी पंचायत में कई लोगों की जमीन म्युटेशन के लिये ऑनलाइन किए गए आवेदन को कारण बता कर रद्द कर दिया गया है। इस तरह के रवैया से प्रखंड के गरीब किसान, मजदूर काफी त्रस्त हैं। कोई इसकी सुनने वाला नही है। अधिकारी भी चुप्पी साधे रहते है।

इधर कर्मचारी नरेश सिन्हा ने अपने उपर लगाये गये आरोपों को बेबुनियाद व गलत बताते हुए कहा कि वे किसी से जमीन म्युटेशन के लिए पैसा मांग नही किए है ओर न ही लिये है।

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