रोटरी क्लब के 117 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य पर 23 फरवरी से मनाया जायेगा रोटरी सेवा सप्ताह
- सामाजिक कार्यों में सबसे अग्रणी रही है रोटरी क्लब: संतोष अग्रवाल
- गिरिडीह में भी 63 वर्षों से कार्य कर रही है रोटरी क्लब
- भविष्य में जनता को दी जायेगी अन्य कई सुविधाएं
गिरिडीह। रोटरी विश्व की सबसे बड़ी सेवा संस्थान है जिसकी स्थापना 117 वर्ष पूर्व 23 फरवरी को हुई थी। पुरे विश्व में यह सप्ताह रोटरी के स्थापना के 117 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में रोटरी सेवा सप्ताह के रूप में मनाई जा रही है। उक्त बातें रोटरी क्लब के अध्यक्ष संतोष अग्रवाल ने सोमवार को बातचीत के दौरान दी।
उन्होंने बताया कि रोटरी गिरिडीह का इतिहास भी 63 वर्ष पुराना है। पिछले 63 वर्षाे से रोटरी गिरिडीह सामाजिक कार्यों में अग्रिन है एवं काफी योजनाओं का सफल परिचालन कर गिरिडीह वासियों को सेवा प्रदान कर रही हैं। रोटरी नेत्र चिकित्सालय द्वारा प्रत्येक वर्ष लगभग दो हजार लोगों की मोतियाबिंद की सर्जरी की जाती है और अभी तक लगभग 65 हजार मरीजों का सफल नेत्र सर्जरी हो चुकी है। वहीं दूसरी और डायलिसिस सेंटर की 2015 में स्थापना के साथ लगभग 25 हजार लोगों को अभी तक डायलिसिस की सेवा प्रदान कर चुकी है और प्रत्येक महीना 400 लोगों को न्यूनत्तम दर पर डायलिसिस की सुविधा दी जाती है। साथ ही साथ रोटरी न्यूनतम दर पर एम्बुलेंस की सेवा भी प्रदान करती है।
बताया कि संस्थान द्वारा शव वाहन के साथ-साथ वातानुकूलित शव मशीन की सुविधा भी गिरिडीह क्षेत्र में निःशुल्क प्रदान की जाती है। समस्त कोरोना काल में रोटरी गिरिडीह द्वारा निःशुल्क भोजन एवं अनाज के साथ-साथ ऑक्सीजन और दवाइयों की सुविधा समस्त ग्रसित परिवारों एवं जरुरतमंदों को प्रधान की गई। इस संस्था द्वारा कोरोना टीकाकरण के लिए निरंतर स्तर पर दूर दराज गांवांे एवं इलाको में जाकर लोगों को टिका लेने के लिए जागरूकता अभियान के साथ-साथ रोटरी अस्पताल में टीकाकरण केंद्र चलाया जा रहा है। जहाँ अब तक लगभग 10 हजार से अधिक लोगों का सफल टीकाकरण किया जा चुका है।
बताया कि रोटरी द्वारा प्रत्येक वर्ष रक्तदान शिविर भी लगाया जाता है एवं जरुरत के अनुसार इमरजेंसी में भी सदस्यों द्वारा रक्तदान किया जाता है। वैश्विक स्तर पर जहाँ पोलियो को हटाने में रोटरी की सबसे अहम भूमिका रही है वहीं गिरिडीह में भी पोलियो को ख़त्म करने के लिए रोटरी गिरिडीह भी निरंतर प्रयासरत रही है। बताया कि जागरूकता अभियान के साथ साथ आगामी 27 फरवरी को भी रोटरी नेत्र चिकित्सालय में पोलियो की दो बूँद बच्चों को दी जाएगी।
अमेरिका के प्रसिद्ध डॉक्टर्स की टीम द्वारा निःशुल्क प्लास्टिक सर्जरी कैंप भी लगाया जाता रहा है। कोलकाता के प्रसिद्ध डॉक्टर्स द्वारा इएनटी कैंप का भी आयोजन किया जाता है।
नारी सशक्तिकरण के क्षेत्र में भी रोटरी गिरिडीह द्वारा नारी प्रशिक्षण केंद्र सहेली सेंटर के नाम से चलाया जाता है जहाँ उन्हें सिलाई, कढ़ाई, सौन्दर्यकरण एवं कंप्यूटर की शिक्षा दी जाती है। वहीं दूसरी और सम्पूर्ण निःशुल्क कराटे एवं जुडो का प्रशिक्षण प्रत्येक शनिवार और रविवार को महिलाओं के लिए प्रदान की जाती है।
पर्यावरण के क्षेत्र में भी रोटरी के द्वारा निरंतर कार्य किये गए हैं और हर वर्ष फलदार वृक्ष लगाए जाते हैं। इस वर्ष भी रोटरी गिरिडीह ने लगभग 10 हजार पेड़ लगवाने का प्राण लिया है और प्लास्टिक का उपयोग न करने के लिए निरंतर जागरूकता अभियान भी चलाया जाता है।
रोटरी प्यार बांटते चलो के अंतर्गत प्रत्येक दिन दो शाखाआंे से मात्रा 5 रुपये में दोपहर का भोजन करीब 150 जरूरतमंद लोगों को उपलब्ध कराया जाता है। वहीं शहर के सौन्द्रीयकरण में भी इसकी अपनी अहम भूमिका रही है। अग्रसेन चौक से लेकर गाँधी चौक मारवाड़ी युवा मंच एवं मोंगिया स्टील के संयुक्त तत्वाधान में डिवाइडर का निर्माण किया है।
रोटरी द्वारा शहर के अलग अलग 7 शिक्षा संस्थानों में छात्रों के लिए टॉयलेट का निर्माण कराया जा रहा है एवं नए पुलिस लाइन मैं भी सौंदर्यकरण का कार्य करवाया जा रहा है। शहर के मकतपुर स्थित बांग्ला बालिका मध्य विद्यालय का सम्पूर्ण सौंदर्यकरण करा कर हैप्पी स्कूल के रूप में विकसीत करने के लिए भी रोटरी गिरिडीह प्रयासरत है।
रोटरी क्लब द्वारा जल्द ही दन्त चिकित्सा की सेवा भी गिरिडीह वासियो के लिए आरम्भ करने जा रही है। पिछले माह रोटरी गिरिडीह द्वारा सात समुन्दर पार यूगांडा में स्थित काम्पाला शहर के मेंगो हॉस्पिटल में डायलिसिस सेंटर की सफल स्थापना कर वहां की जरुरतमंद जनता को समर्पित किया गया है। सामान्य जाँच एवं नेत्र जाँच शिविर भी विभिन्न दूर दराज़ क्षेत्र में लगाकर निःशुल्क इलाज किया जाता रहा है। भविष्य में सर्वाइकल कैंसर टीकाकरण एवं चलंत कैंसर वाहन की व्यवस्था भी विचाररत है।