राजधनवार सीओ के कार्यकालपों को लेकर उठ रहे सवाल, गुर्गों से अवैध वसूली का लग रहा आरोप
- मेरे खिलाफ चल रहा मीडिया ट्रायल, बेबुनियाद आरोप लगा रहे एक ख़ास वर्ग के लोग: गुलज़ार अंजुम
गिरिडीह। पिछले कुछ दिनों से विवादों में घिरे राजधनवार के सीओ गुलज़ार अंजुम के कार्यकलापों को लेकर अब लगातार सवाल उठ रहे हैं. उनके कर्मी के साथ मार पीट और सीओ के साथ बदसलूकी का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. एक तरफ वे लोग हैं जिन्होंने राजधनवार सीओ के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है तो दूसरी ओर खुद राजधनवार सीओ हैं. दरअसल पिछले कुछ दिनों से राजधनवार के सीओ पर लगातार आरोप लग रहे हैं. आरोप पत्थर, स्टोन चिप्स और बालू लदे वाहनों को रोककर वसूली का लगता रहा है. कई बार वीडियो वायरल हो चुका है. इस बार भी एक वीडियो वायरल हुआ है. वीडियो वायरल होने के बाद इन पर एक बार फिर आरोप भी लगाया जा रहा है. मामला तब और गहराया ज़ब एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें कुछ लोग सीओ साहब के कर्मी मनीष कुमार के साथ मार पीट करते दिखे. वीडियो में साफ दिख रहा है कि सीओ की गाड़ी खड़ी है और उससे कुछ दूरी पर उनका एक कर्मी मनीष कुमार, जिसे उनका खासम-ख़ास बताया जा रहा है, वो खड़ा है और तभी कुछ लोग उसके साथ मार-पीट करते हैं. वो भाग कर सीओ की गाड़ी में बैठता है और ड्राइवर गाड़ी को वहां से भगा ले जाता है.
सीओ के खिलाफ विरोध प्रदर्शन और पुतला दहन कर रहे कुछ लोग
इस वीडियो के वायरल होने के बाद बयानबाजियों के साथ विरोध प्रदर्शन भी शुरू हुआ और कुछ लोगों ने सीओ का पुतला दहन भी किया. पुतला दहन के दौरान ये लोग जोरदार नारेबाजी करते हुए भी दिखे. कुछ स्थानीय लोगों और जनप्रतिनिधियों का सीओ पर सीधा आरोप है कि वे गिट्टी और बालू लदी गाड़ियों को अपने गुर्गाे से रुकवाते हैं और फिर अवैध वसूली का खेल होता है. लोगों का आरोप है कि क्षेत्र में सरकार की अबुआ आवास सहित कई बड़ी योजनायें चल रही हैं और निर्माण कार्य में बालू और गिट्टी की ज़रुरत है. सरकार की ओर से इन योजनाओं को समय पर पूरा करने का दबाव है तो दूसरी ओर सीओ गुलज़ार अंजुम गिट्टी और बालू धोने वाली गाड़ियों को रोक कर अवैध वसूली करवा रहे हैं. हालाँकि इनमे से कुछ लोग मार पीट की घटना का विरोध भी करते हैं.
क्या कहते हैं अंचल अधिकारी गुलज़ार अंजुम
इधर इस पूरे विवाद पर धनवार सीओ गुलजार अंजुम से बात की गई तो उन्होंने अपने ऊपर लगे वसूली के आरोपों को सिरे से नकार दिया और कहा कि उन के खिलाफ एक साजिश रची जा रही है क्योंकि वे इलाके में अवैध धंधों पर लगाम लगाने का प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने तो यहाँ तक कहा कि एक ख़ास वर्ग के लोग इसे हिन्दू-मुस्लिम का मामला बनाने में जुटे हैं. उन्होंने कहा कि इलाके में गिट्टी, बालू का अवैध कारोबार करने वाले कुछ आपराधिक किस्म के लोग उन पर झूठे आरोप लगा कर उनका यहाँ से ट्रान्सफर करवाना चाहते हैं. उन्होंने इस मामले में धनवार थाना में प्राथमिकी दर्ज करवा दी है अपने वरीय अधिकारीयों को भी उनके खिलाफ रची जा रही साजिश से अवगत करा दिया है.
उपायुक्त ने दिए जांच के आदेश
बहरहाल, गिरिडीह उपायुक्त ने इस पूरे मामले पर जाँच के आदेश दे दिए हैं. पर अपने खिलाफ मीडिया ट्रायल की बात कहने वाले सीओ साहब शायद भूल जाते हैं कि उन पर लगे आरोपों को देखें तो वे काफी गंभीर हैं. पिछले कुछ दिनों से इन आरोपों से जुड़े कई वीडियो भी वायरल हुए हैं. सीओ साहब ने कुछ गाड़ियाँ पकड़ने के बाद उन्हें किन परिस्थितियों में छोड़ा है, जाँच के दौरान ये सवाल भी निश्चित तौर पर पूछे जाएंगे. इन सबके बीच मार-पीट की घटना को भी किसी भी हाल में स्वीकार नहीं किया जा सकता।