कोडरमा में जिला से लेकर बूथ स्तर पर मनाया गया पंडित दीनदयाल उपाध्याय का जन्मदिन
- विधायक नीरा यादव ने पंडित दीनदयाल के जिवनी पर डाला प्रकाश
कोडरमा। भाजपा कोडरमा जिला कमिटी द्वारा शनिवार को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जन्म जंयती कोडरमा विधायक निवास डॉ नीरा यादव के आवास पर मनाई गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष नितेश चंद्रवंशी ने किया तथा संचालन कोडरमा नगर मंडल संयोजक नरेंद्र पाल ने किया। इसके अलावे कोडरमा जिला में सभी मंडलों में करीब 350 सौ बूथों पर पंडित दीनदयाल जयंती भव्य रुप से मनाई गई।
मुख्य अतिथि कोडरमा विधायक डॉ नीरा यादव एवं कोडरमा जिला प्रभारी टुन्नु गोप उपस्थित थे। सबसे पहले पं. दीनदयाल जी के चित्र पर पुष्पांजलि दी गई। डॉ नीरा यादव ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जीवन के बारे मे बताया की दीनदयाल जी का जन्म 25 सितंबर 1916 को हुआ था। उनका जन्म नगला चंद्रबन (मथुरा) गाँव में हुआ था। वह दिसंबर 1967 में राजनीतिक पार्टी जनसंघ के अध्यक्ष बने। जब वह आठ साल के थे, उनके माता-पिता दोनों की मृत्यु हो गई और उनका पालन-पोषण उनके मामा ने किया। अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में पूर्णकालिक कार्यकर्ता के रूप में शामिल हुए। 1937 में जब वे सनातन धर्म कॉलेज, कानपुर में छात्र थे, तब वे अपने सहपाठी बालूजी महाशबदे के माध्यम से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संपर्क में आए।
टुन्नु गोप ने कहा कि पंडित दीनदयाल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक केशव बलीराम हेडगेवार से मुलाकात की, जिन्होंने उनके साथ एक शैख में बौद्धिक चर्चा की। सुंदर सिंह भंडारी भी कानपुर में उनके सहपाठियों में से एक थे। उन्होंने 1942 से आरएसएस में पूर्ण का काम शुरू किया।
जिला अध्यक्ष नितेश चंद्रवंशी ने कहां की दिसंबर 1967 में दीनदयाल उपाध्याय को जनसंघ का अध्यक्ष चुना गया। उनकी यात्रा के दौरान 11 फरवरी 1968 को रहस्यमय परिस्थितियों में हत्या कर दी गई थी। उनका शव मुगलसराय रेलवे स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर मिला। बाद में उनके सम्मान में रेलवे स्टेशन का नाम बदल कर दीनदयाल उपाध्याय स्टेशन कर दिया गया।
जिला महामंत्री अनूप जोशी ने बताया कि पंडित दीनदयाल जी भारत की सनातन विचारधारा को युगानुकूल रूप में प्रस्तुत करते हुए राष्ट्र के सजग प्रहरी व सच्चे राष्ट्र भक्त के रूप में भारतवासियों के प्रेरणास्त्रोत रहे हैं। राष्ट्र की सेवा में सदैव तत्पर रहने वाले दीनदयालजी का यही उद्देश्य था कि वे अपने राष्ट्र भारत को सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक, शैक्षिक क्षेत्रों में बुलंदियों तक पहुंचा देख सकें। कार्यक्रम को रमेश सिंह, रामचन्द्र सिंह, वीरेंद्र सिंह ने संबोधित किया।
कार्यक्रम मे उपस्थित डॉक्टर राम सागर सिंह, अशोक आर्या, जिला उपाध्यक्ष देवनारायण मोदी, शशि भूषण प्रसाद ,कान्ति देवी,जिला मीडिया प्रभारी चंद्रशेखर जोशी ,मनोज कुमार झुन्नु, सुभाष मोदी देवेंद्र कुमार राजकुमार यादव अजय पांडेय, सिंह, राजू भैया, संजय शर्मा ,नवीन चौधरी, राजेश सिन्हा ,राजेंद्र सिंह,पिन्की जैन, सुमित चंद्रवंशी इंद्र मोदी रिया राज, रेखा भदानी, रीता लोहानी, सुधीर यादव नवीन जैन आदि उपस्थित हुए।