तीन सूत्री मांगों को लेकर राजभवन के समक्ष जारी ओबीसी का धरना पांचवे दिन समाप्त
- ओबीसी समुदाय के हक में सरकार नही कर रही कोई पहल, तेज होगा आंदोलन: राजेश गुप्ता
- ओबीसी समुदाय के साथ नाइंसाफी करना बंद करें सरकार: उदासन नाग
रांची। राजभवन के समक्ष राष्ट्रीय ओबीसी मोर्चा के 3 सूत्री मांगों को लेकर पांच दिवसीय धरना बुधवार को समाप्त हो गया। बुधवार को पांचवे दिन आयोजित धरना की अध्यक्षता गुमला प्रभारी उदासन नाग ने किया। जबकि संचालन महानगर अध्यक्ष विष्णु सोनी ने किया।
धरना को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार गुप्ता ने कहा कि राष्ट्रीय ओबीसी मोर्चा ओबीसी समुदाय के हक के लिए आंदोलन कर रहा है लेकिन सरकार के द्वारा कोई उचित पहल नहीं दिख रही है। इसलिए राष्ट्रीय ओबीसी मोर्चा संकल्प लेता है कि जब तक सरकार आरक्षण नहीं बढ़ाती है तब तक राष्ट्रीय ओबीसी मोर्चा का आंदोलन जारी रहेगा। कहा कि जो विधायक ओबीसी समुदाय का वोट लेकर विधानसभा में ओबीसी समुदाय की आवाज को बुलंद नहीं करते हैं हम लोग सरकार को घेरने के साथ ही वैसे विधायकों को भी घेरने का काम करेंगे।
कहा कि देश में जातीय जनगणना नहीं होने और देश की संपत्ति को निजी करण किए जाने से ओबीसी समुदाय को खासा नुकसान उठाना पड़ रहा है। ओबीसी की आंकड़ा नहीं रहने से हाल ही में महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में ओबीसी का पंचायत व नगर निकाय में आरक्षण समाप्त कर दिया गया है।
गुमला प्रभारी उदासन नाग ने कहा कि राज्य के कई जिलों में ओबीसी का आरक्षण शून्य है सरकार ओबीसी समुदाय के साथ नाइंसाफी करना बंद करें और ओबीसी का भी आरक्षण सुनिश्चित करें। महानगर अध्यक्ष विष्णु सोनी ने कहा कि देश में जाति जनगणना नहीं होने से ओबीसी समुदाय को खासा नुकसान उठाना पड़ रहा है। इसलिए सरकार बिना देर किए हुए जाति जनगणना कराएं अगर केंद्र सरकार नहीं कराती है तो राज सरकार को जाति जनगणना राज्य में करानी चाहिए।
धरना में प्रदेश महासचिव योगेंद्र प्रसाद ठाकुर, प्रमोद कुमार, विनय कुमार चंद्रवंशी, अनीस साव, प्रदेश सचिव शत्रुघ्न राय, रंजन साहू, अभय गुप्ता, अंशु गुप्ता, प्रदेश उपाध्यक्ष सूबेदार, एसएन सिंह कुशवाहा, महेंद्र महतो, अविनाश कुमार, तूफेल अंसारी, संजय कुमार, दिलीप कुमार साहू, मुकेश, देवी कुमार सहित कई लोग उपस्थित थे।