नवरात्र पर गिरिडीह बरनवाल महिला समिति ने किया डांडीया महोत्सव का आयोजन
माता रानी के भजनों पर जमकर झूमी महिलाएं और युवतियां
गिरिडीहः
बरनवाल सेवा समिति में सोमवार की देर शाम गिरिडीह बरनवाल महिला समिति की और से डांड़िया महोत्सव का आयोजन किया गया। डांड़ीया महोत्सव की शुरुआत महिला समिति की अध्यक्ष ललिता बरनवाल, उपाध्यक्ष ज्योति बरनवाल, और सरिता बरनवाल ने संयुक्त रुप से मां दुर्गे की फोटो और महाराज अहिबरन के तस्वीर के समक्ष दीप जलाकर की। जबकि गणेश वंदना समाज की युवती मुस्कान ने की। तो मुस्कान के गणेश वंदना स्तूती पर महिलाएं मंत्रमुग्ध भी हुई। इसके बाद नवरात्र के भजनों पर शुरु हुआ डांड़ीया नृत्य का। जिसमें एक के बाद एक भजनों की बौछार में महिलाएं आपस में डांडीया खेलती दिखी। और मां दुर्गे का आह्वान की। कमोवेश, मां दुर्गे के भजन पर ही महिलाएं और युवतियों ने इस दौरान जमकर डांडीया खेली। और झूमी। नवरात्र के प्रसिद्ध भजन नाम रे सबसे बड़ा तेरा नाम, है शेरोवाली जैसे कई प्रख्यात भजनों पर महिलाएं नवरात्र के पांरपरिक परिधान में झूमती दिखी।
इधर समिति की अध्यक्ष ललिता बरनवाल ने कहा कि मां दुर्गेे के नौ रुप बेहद आनंद देने वाले होते है। कलश स्थापना के दिन से ही माता की अराधना शुरु हो जाती है। तो गरबा और डांडीया नवरात्र की पहचान है। ऐसे में महिला समिति हर साल इस आयोजन को करती है। इधर महोत्सव में समिति की सीमा बरनवाल, सरिता बरनवाल, संध्या बरनवाल, नीलम बरनवाल, सुनीता बरनवाल, रेणु बरनवाल, संगीता बरनवाल, कविता बरनवाल समेत काफी संख्या में महिलाएं और युवतियों मौजूद थी।